तेज हवा से फिर फटा स्टेशन पर लगा तिरंगा, जम्मू से आने का इंतजार
छावनी रेलवे स्टेशन पर लगा 100 फुट ऊंचा तिरंगा रविवार एक बार फिर तेज हवा की मार से फट गया। तिरंगे से ऊपर वाले हिस्से का एक छोर फटने की भनक रेलवे कर्मचारियों को लगी तो आनन-फानन में आरपीएफ की मदद से उतारा गया।
जागरण संवाददाता, अंबाला: छावनी रेलवे स्टेशन पर लगा 100 फुट ऊंचा तिरंगा रविवार एक बार फिर तेज हवा की मार से फट गया। तिरंगे से ऊपर वाले हिस्से का एक छोर फटने की भनक रेलवे कर्मचारियों को लगी तो आनन-फानन में आरपीएफ की मदद से उतारा गया। मोटर के सहारे उतारे गए झंडे को पूरे सम्मान के साथ प्लास्टिक के बड़े डिब्बे में डालकर आरपीएफ चौकी में रखवाया गया। रेलवे कर्मचारियों ने झंडा तैयार करने वाले ठेकेदार से तुरंत संपर्क कर नया तिरंगा पहुंचाने के निर्देश दिए। आरपीएफ चौकी प्रभारी विनीत गौतम ने बताया कि जम्मू से नया झंडा मंगवाया गया है। छावनी रेलवे स्टेशन पर तिरंगा फटने की यह तीसरी घटना है। पहले भी दो बार हवा की मार से तिरंगा फट चुका है। रेलवे अधिकारी की संबंधित ठेकेदार पर मेहरबानी कहें या फिर लापरवाही। उसी से दोबारा झंडा मंगवा लिया जाता है जो ज्यादा समय तक हवा की मार नहीं झेल पाता। बता दें कि 100 फुट की ऊंचाई पर लहराने वाला यह तिरंगा एक विशेष प्रकार के कपड़े से बनाया जाता है जिस पर लगभग 40 से 50 हजार तक का खर्च आता है। अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन परिसर में लगा तिरंगा अंबाला के साथ-साथ यहां आने वाले लोगों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है।