पॉलीथिन पर अंकुश लगाने में निगम फेल, बाजार में खुलेआम हो रहा प्रयोग
शहर में पॉलीथिन पर अंकुश लगाने में नगर निगम फेल हो गया है। लोगों को जागरूक करने पर बाजार में खुलेआम पॉलिथीन का प्रयोग किया जा रहा है। इतना ही नहीं रेहड़ी-फड़ी से लेकर दुकानों में पॉलीथिन का प्रयोग होता है।
जागरण संवाददाता: अंबाला शहर
शहर में पॉलीथिन पर अंकुश लगाने में नगर निगम फेल हो गया है। लोगों को जागरूक करने पर बाजार में खुलेआम पॉलिथीन का प्रयोग किया जा रहा है। इतना ही नहीं रेहड़ी-फड़ी से लेकर दुकानों में पॉलीथिन का प्रयोग होता है। निगम की तरफ से नियमित कार्रवाई नहीं की जा रही है। अभी तक केवल 62 हजार रुपये ही जुर्माना वसूला गया है।
शहर में नगर निगम लोगों को पॉलिथीन प्रयोग नहीं करने के लिए जागरुक कर रहा है। इसके लिए मुख्य चौराहे और संस्था पम्पेलट के माध्यम से पॉलीथिन प्रयोग नहीं करने को जागरुक कर रही हैं। शासन और प्रशासन ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है कि गांव से लेकर शहर में पॉलीथिन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया जाए। इसमें लोगों को अवगत कराया जाए कि पॉलीथिन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसके बावजूद लोग पॉलीथिन का प्रयोग करते हैं, तो जुर्माना वसूला जाए।
नगर निगम ने पॉलीथिन को एकत्र करने के लिए फायर स्टेशन, प्रेम नगर, नगर निगम वर्कशाप और पुराने फ्लाईओवर के नीचे सेंटर बनाए हैं। यहां पर लोगों को पॉलीथिन के बदले में उतने ही चावल दिए जाते हैं। इसके बाद भी निगम पॉलीथिन पर अंकुश नहीं लगा सका है।
इतना सब कुछ होने के बाद भी लोग पॉलीथिन का प्रयोग करते है। बाजार में आज भी लोग बगैर थैला लेकर जाते हैं, और पॉलीथिन में सामान लेकर आते हैं। नगर निगम की माने तो सेंटर पर पॉलीथिन के लिए चावल लेने में लोगों में काफी रुचि दिखा रहे हैं। इस वजह से पॉलीथिन पर प्रतिबंध
लोग पॉलीथिन को प्रयोग करने के बाद फेंक देते हैं। ऐसे में पॉलीथिन नाले में गिरने से पानी का निकासी बंद हो जाता है। बारिश में नाला ओवर फ्लो होने पर सड़कों पर गंदा पानी भरता है। वहीं पॉलीथिन को जलाने से वायु प्रदूषण होता है। यदि पशु इसे कूड़े में चबा लेता हैं, तो पशु भी बीमार हो जाता है। इसलिए लोगों को पॉलिथीन प्रयोग नहीं करने के प्रति जागरूक किया जाता है। नगर निगम जल्द ही पॉलीथिन का प्रयोग करने वालों के खिलाफ अभियान शुरू करेगा। इसके लिए कार्य योजना बना ली गई है। इसमें पॉलीथिन का प्रयोग करने वालों से जुर्माना भी वसूला जाएगा।
- डा. सुशील कुमार, आयुक्त, नगर निगम