शहर में सबसे ज्यादा दबाया नोटा, आप को भी छोड़ा पीछे
भले ही जिले की चार विधानसभा चुनाव में नोटा का कुछ खास क्रेज नहीं है। फिर भी चारों विधानसभा में 14 प्रत्याशी नोटा के आंकड़े को भी नहीं छू पाये। यहां तक कि सिटी विधानसभा से आम आदमी पार्टी तक भी नोटा से पिछड़ गई। चारों विधानसभाओं में सिटी विधानसभा में ही सबसे ज्यादा नोटा दबाया गया है।
अवतार चहल, अंबाला शहर: भले ही जिले की चार विधानसभा चुनाव में नोटा का कुछ खास क्रेज नहीं है। फिर भी चारों विधानसभा में 14 प्रत्याशी नोटा के आंकड़े को भी नहीं छू पाये। यहां तक कि सिटी विधानसभा से आम आदमी पार्टी तक भी नोटा से पिछड़ गई। चारों विधानसभाओं में सिटी विधानसभा में ही सबसे ज्यादा नोटा दबाया गया है। पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले कुछ स्तर तक नोटा अंबाला शहर, अंबाला छावनी और नारायणगढ़ में बढ़ा है, लेकिन मुलाना के वोटरों ने इस बार नोटा को कम तवज्जो दी है।
आम आदमी पार्टी ने जिले की चारों सीटों से सिर्फ शहर सीट से ही अपना प्रत्याशी उतारा था। लेकिन यहां आप का जादू नहीं चल पाया और प्रत्याशी नोटा का आंकड़ा भी नहीं छू पाया।
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- शहर विधानसभा
सिटी विधानसभा में इस बार 1480 वोट नोटा को मिले हैं। जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में 1101 मिले थे। जबकि इस सीट से आप आदमी पार्टी के अंशुल अग्रवाल को 864 वोट, लोकतंत्र सुरक्षा मंच के शरणपाल सचदेवा को 583, निर्दलीय निर्मल सिंह को 544, योगेश कुमार को 465 और राजेश पाहुजा को 291 वोट मिले हैं।
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-छावनी विधानसभा
छावनी विधानसभा से 1012 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया है, जबकि 2014 के चुनाव में 1006 था। भारतीय जन समान पार्टी से लखवीर उर्फ लतिका को 628, शैलेंद्र कुमार को 640 वोट मिले हैं।
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मुलाना विधानसभा
मुलाना विधानसभा से 581 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया है, जबकि पिछली बार 651 था। यहां पर नोटा में गिरावट आ गई है। निर्दलीय अनिल कुमार को 486 वोट, निर्दलीय मेवा दास को 377, निर्दलीय सूरज भान को 205 वोट मिले।
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नारायणगढ़ विधानसभा
नारायणगढ़ विधानसभा से इस बार 508 ने नोटा का बटन दबाया, जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में 539 ने नोटा का प्रयोग किया था। लखविद्र सिंह को 243, सरवण कुमार को 217, सुरेश कुमार पुनिया को 255 और वेदराज को 414 वोट मिले।