Move to Jagran APP

पुलिस चौकी से 100 मीटर दूर चलता था गैस रिफि¨लग का धंधा

लगता है प्रशासन को छावनी में किसी बड़े हादसे का इंतजार है। लालकुर्ती पुलिस चौकी से महज 100 मीटर दूर गैस रिफ¨लग का गोरखधंधा चलता रहा और प्रशासन बेपरवाह रहा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 31 Jul 2018 01:28 PM (IST)Updated: Tue, 31 Jul 2018 01:28 PM (IST)
पुलिस चौकी से 100 मीटर दूर चलता था गैस रिफि¨लग का धंधा
पुलिस चौकी से 100 मीटर दूर चलता था गैस रिफि¨लग का धंधा

जेएनएन, अंबाला

loksabha election banner

लगता है प्रशासन को छावनी में किसी बड़े हादसे का इंतजार है। लालकुर्ती पुलिस चौकी से महज 100 मीटर दूर गैस रिफ¨लग का गोरखधंधा चलता रहा और प्रशासन बेपरवाह रहा। सोमवार को चौकी प्रभारी सूबे ¨सह ने गैस की घरेलू सिलेंडरों से बड़े कामर्शियल सिलेंडरों में अदला-बदली करती वीडियो बनाई और खाद्य आपूर्ति विभाग को मौके पर बुलाकर कार्रवाई की। छापामारी के दौरान 32 सिलेंडरों को कब्जे में लिया गया और कारोबार कर रहे दो सगे भाईयों को पुलिस ने मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है बल्कि लालकुर्ती, रामबाग रोड, सदर थाने के पास पहले भी गैस रिफ¨लग के मामले सामने आ चुके है। रिहायशी इलाके बारूद के ढेर पर है, इसके बावजूद चंद रुपये कमाने की आड़ में यह गोरखधंधा फलफूल रहा है और अफसरों की कार्यशैली संदेह के घेरे में है।

चौकी इंचार्ज ने किया गोरखधंधे का भंडाफोड़

लालकुर्ती चौकी इंचार्ज सूबे ¨सह अपनी दवाई लेने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान उन्हें स्वर्ण जयंती पार्क की दीवार से सटे हुए एक खोखे के बाहर ताला जड़ा मिला। लेकिन अंदर से कुंडी खटकने की आवाज सुनाई दी। उन्होंने अपनी बाइक वहां रोककर झोपड़ी के बाहर लगा लकड़ी का दरवाजा खोला। झोपड़ी के अंदर दो युवक खड़े थे और जो खेल चल रहा था उसे देख चौकी इंचार्ज हैरान रह गए। घरेलू से कामर्शियल सिलेंडरों में गैस बदली जा रही थी। इंचार्ज ने तुरंत युवकों को पकड़ लिया और चौकी से अन्य जवानों को मौके पर ही बुला लिया। यहां से 24 घरेलू, 7 कामर्शियल व एक सिलेंडर पांच किलो वाला है।

मुनाफे में चक्कर में चल रहा था गोरखधंधा

पूछताछ में दोनों युवकों ने खुद को सगा भाई बताया। युवकों ने अपना नाम गोलू व करण निवासी ग्वाल मंडी बताया। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह पहले ही यहां काम किया है। वह लोगों के घरों के से भरे हुए गैस सिलेंडर एकत्रित करते है और बाद में जिन्हें जरूरत होती है उन्हें बेच देते है। परंतु बाद में पता चला कि आरोपित भाई सील बंद घरेलू से कामर्शियल सिलेंडरों में गैस निकालते है। क्योंकि बाजार में कामर्शियल सिलेंडर की कीमत से थोड़ा कम कीमत में बेचकर अधिक मुनाफा कमाते है क्योंकि घरेलू सिलेंडरों की कीमत काफी कम होती है।

मौके पर पहुंची खाद्य आपूर्ति विभाग की टीम

इसके बाद चौकी इंचार्ज से सूचना पाकर पड़ाव थाना प्रभारी भूषण दास, डीएसपी बलजीत ¨सह, खाद्य आपूर्ति विभाग से डीएफएसओ राजेश्वर मोदगिल, इंस्पेक्टर दीपक कुमार, सब इंस्पेक्टर भूपेंद्र ¨सह भी मौके पर पहुंचे।

गैस एजेंसी कर्मियों के साथ सांठगांठ

पुलिस पूछताछ में पता चला कि यहां एक गैस एजेंसी की गाड़ी आती है और यहां हर दूसरे-तीसरे दिन भरे हुए सिलेंडर उतारे जाते है। पहले एजेंसी से आए गैस सिलेंडरों में से एक-डेढ़ किलो गैस निकाली जाती है और इस तरह से नया खाली भरा जाता है। घरेलू गैस सिलेंडर को 800 या इससे अधिक और कामर्शियल सिलेंडर को 1000 या इससे अधिक में बेचकर कालाबाजारी की जाती है।

मुझे शक हुआ तो की जांच

मैं दवाई लेने जा रहा था और उसी दौरान शक के आधार पर मैंने झोपड़ी में चे¨कग की। अंदर दो सगे भाई गैस सिलेंडरों में गैस अदला-बदली का खेल कर रहे थे। दोनों युवकों के खिलाफ एक्सप्लोसिव एक्ट व अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। मंगलवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया जाएगा।

सूबे ¨सह, चौकी इंचार्ज, लालकुर्ती। मामले की जांच चल रही है

सूचना मिलते ही मैं खुद मौके पर जायजा लेने के लिए गया था। दोनों युवकों से पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि उन्हें भरे हुए सिलेंडर कौन सप्लाई करता है। जल्द ही इस खेल का पर्दाफाश किया जाएगा।

बलजीत ¨सह, डीएसपी अंबाला छावनी। जांच की जाएगी

युवकों के पास से करीब 32 सिलेंडर मिले हैं। इनके नंबर नोट कर लिए गए हैं और पता किया जा रहा है कि इनके पास भरे हुए सिलेंडर कहां से आए है। आसपास गैस एजेंसी संचालकों से भी पूछताछ की जाएगी।

राजेश्वर मोदगिल, डीएफएसओ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.