ड्रेस मिली न वजीफा, जीरो बैलेंस खातों से कट गई राशि
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : विद्यार्थियों को सीधा लाभ देने के उद्देश्य से सरकार ने सरकार
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : विद्यार्थियों को सीधा लाभ देने के उद्देश्य से सरकार ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले होनहारों के विभिन्न बैंकों में खाते तो खुला दिए, लेकिन इनमें लाभ की राशि नहीं पहुंचने के कारण फाइन लगना शुरू हो गया है। हालात ये हैं कि सैकड़ों विद्यार्थियों को न तो वर्दी मिल पाई है और न ही वर्दी की जगह मिलने वाले पैसे।
बता दें कि सरकार पिछले दो साल से अनुसूचित जाति व जनजाति के विद्यार्थियों की वर्दी की राशि उनके खाते में ट्रांसफर कर देती है। इससे पहले वर्दी स्कूल से मिलती थी। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों के लिए आने वाला स्टाइफंड (वजीफा राशि) ही उनके खातों में पहुंच पाया है। दो सालों से इंतजार करते-करते ये इन विद्यार्थी थक गए हैं। इनके जीरो बैलेंस खाते में न्यूनतम राशि नहीं रहने के कारण बैंकों ने फाइन भी लगाना शुरू कर दिया है। बैंक हर तीसरे माह ऐसे विद्यार्थियों के खाते से बैंक 30 रुपये काट लेता है। इस मामले को लेकर हरियाणा राजकीय अनुसूचित अध्यापक संघ जिला शिक्षा अधिकारी से मिलकर इस राशि की जल्द से जल्द व्यवस्था की गुहार लगा चुका है, लेकिन अभी स्थिति जस की तस है।
इस तरह सरकारी स्कूलों में मिलते हैं विद्यार्थियों को विभिन्न लाभ
अनुसूचित जाति के प्राइमरी कक्षा तक के विद्यार्थियों को ड्रेस के 800 रुपये और अपर प्राइमरी के लिए एक हजार रुपये सालाना जारी किए जाते हैं। इसी तरह हर महीने प्राइमरी में 150 रुपये एससी लड़कों को व 225 रुपये लड़कियों को मिलते हैं।
इनके खातों से कटे है राशि
बराड़ा सेंट्रल बैंक से सानवी देवी, चिराग, हर्ष लिखित रूप से शिकायत भी दे चुके हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। इसके अलावा सैकड़ों ऐसे विद्यार्थी हैं जिन्होंने शिकायत नहीं की।
सवर्ण जातियों के लिए आने वाली राशि भी नहीं पहुंची
नॉन एससी विद्यार्थियों के लिए स्टेशनरी और स्कूल बैग की राशि भी आती। बैग के 120 रुपये और स्टेशनरी के 100 रुपये मिलते हैं, लेकिन यह राशि भी ज्यादातर विद्यार्थियों के खातों में नहीं पहुंच पाई है।
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रोजाना हमारे पास बहुत सी शिकायतें आ रही हैं। खातों में राशि नहीं पहुंचने के कारण बैंक द्वारा पैसे काटे जाने की शिकायत भी आई है।
तर¨वद्र कुमार, ब्लॉक प्रधान, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ।
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दो साल के पैसे बहुत से विद्यार्थियों को अभी तक नहीं मिल पाए हैं। न ही वर्दी के पैसे उनके खातों में आए हैं न ही ड्रेस के। इस बारे में हम गत शनिवार को जिला शिक्षा अधिकारी से मिले थे। उन्हें ज्ञापन भी दिया है।
मोहन लाल परोचा, हरियाणा राजकीय अनुसूचित जाति अध्यापक संघ।
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इस साल की राशि हम खातों में ट्रांसफर कर रहे हैं। जल्द ही सभी के खातों में राशि पहुंच जाएगी। जहां तक पिछले दो साल की राशि नहीं पहुंचने की बात है तो इस बारे में जानकारी नहीं है।
उमा शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी।