Haryana: दूरसंचार विभाग सख्त! फर्जी दस्तावेजों से लिए गए 63 हजार 486 मोबाइल सिम निरस्त; 48 विक्रेताओं पर केस
Haryana फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लिए जा रहे मोबाइल सिम को लेकर अब दूरसंचार विभाग भी सख्त हो गया है। पिछले चार महीने में 63 हजार 486 मोबाइल सिम निरस्त किए जा चुके हैं। वहीं 48 फर्जी सिम विक्रेताओं पर भी केस दर्ज कराया है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़: हरियाणा में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लिए जा रहे मोबाइल सिम को लेकर अब दूरसंचार विभाग भी सख्त हो गया है। पिछले चार महीने में 63 हजार 486 मोबाइल सिम निरस्त किए जा चुके हैं, जिन्हें गलत पते और गलत नाम पर जारी कराया गया। इसके अलावा फर्जी तरीके से सिम जारी करने वाले 48 विक्रेताओं पर भी केस दर्ज कराया गया है।
दूरसंचार विभाग ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित फेशियल रिकग्निशन टूल के माध्यम से हरियाणा मे टेलीकाम सिम सब्सक्राइबर के डाटा का सत्यापन किया तो फर्जी तरीके से लिए गए हजारों सिम का खुलासा हुआ। यह टूल ग्राहक की छवियों का उपयोग कर उनकी तुलना दूसरों के साथ करता है।
सब्सक्राइबर डाटा मे अलग-अलग नामों वाली सामान छवियों के मिलान के बाद अवैध कनेक्शन का पता लगाया गया। दूरसंचार सेवा प्रदाताओं ने धोखाधड़ी में शामिल सिम बिक्री एजेंटों को भी ब्लैकलिस्ट मे डाल दिया है।
दूरसंचार विभाग के अपर महानिदेशक ने आमजन से आह्वान किया कि वे अपने दस्तावेजों को धोखेबाजों के हाथ मे न पड़ने दें क्योंकि इसका उपयोग साइबर अपराध और अवैध गतिविधियों में किया जा सकता है।
साइबर क्राइम के लिए हो रहे थे संचालित
वहीं, स्टेट क्राइम ब्रांच के रिकार्ड के मुताबिक साइबर अपराध में हरियाणा में इस्तेमाल मोबाइल नंबर सबसे अधिक आंध्र प्रदेश से जारी किए गए हैं। जाली दस्तावेजों के आधार पर आंध्र प्रदेश से 12 हजार 822 मोबाइल सिम, पश्चिम बंगाल से 4365, नई दिल्ली से 4338, असम से 2322, उत्तर पूर्व के अन्य राज्यों से 2261 और हरियाणा से 2490 सिम जारी किए गए, जिनका इस्तेमाल साइबर क्राइम में किया गया। सभी नंबर हरियाणा के अलग-अलग क्षेत्रों से संचालित हो रहे थे।
पिछले दिनों केंद्र सरकार ने नौ राज्यों में साइबर क्राइम के 32 हाटस्पाट बताए थे जिनमें हरियाणा के मेवात, भिवानी, नूंह और पलवल जिले के कई गांव शामिल थे। केंद्र की रिपोर्ट के बाद ही पुलिस के 5000 जवानों ने मेवात में 102 टीमें गठित कर कई गांवों में छापामारी की थी।
इस अभियान में 34 हजार के मोबाइल सिम ऐसे मिले जिन्हें फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लिया गया। इनमें से 20 हजार 545 मोबाइल सिम को ब्लाक कर दिया गया है, जबकि 14 हजार सिम को ब्लाक करवाने के लिए दूरसंचार विभाग को कहा गया है।