टीबी अस्पताल : डार्क रूम एक्स-रे मशीन बनी शोपीस
टीबी अस्पताल मरीजों को बेहतर सेवा देने में नाकाफी साबित हो रहा है। यहां की डार्क रूम वाली एक्स-रे मशीन के दिन अब लद चुके हैं। मशीन ठीक है पर उसकी प्लेटें विभाग को खोजे नहीं मिल रही है। इसकी एक्स-रे प्लेट भी विभाग को खोजे नहीं मिल रही है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर:
टीबी अस्पताल मरीजों को बेहतर सेवा देने में नाकाफी साबित हो रहा है। यहां की डार्क रूम वाली एक्स-रे मशीन के दिन अब लद चुके हैं। मशीन ठीक है पर उसकी प्लेटें विभाग को खोजे नहीं मिल रही है। इसकी एक्स-रे प्लेट भी विभाग को खोजे नहीं मिल रही है। क्योंकि अब डिजिटल एक्स-रे मशीन का चलन है और पुरानी मशीन की प्लेटें बनाने का काम भी कंपनियों ने लगभग बंद ही कर दिया है। ऐसे में यहां टीबी से जूझ रहे मरीजों को एक्स-रे के लिए यहां के डॉक्टर नागरिक अस्पताल रेफर कर रहे हैं।
शहर में आधुनिक सुविधाओं से लैस होने का दावा करने वाले टीबी अस्पताल में एक्स-रे की ही सुविधा पिछले छह महीने से नहीं है। यहां के मशीन की प्लेट की सप्लाई ही सरकारी और निजी कंपनियों ने करना बंद कर दिया है। कारण यह कि यहां लगी डार्क रूम वाली एक्स-रे मशीन की प्लेट का निर्माण ही लगभग बंद हो चुका है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि मौजूदा समय में डिजिटल एक्स-रे मशीन काम कर रही है और पुरानी हो चुकी यह एक्स-रे मशीन अब कुछेक गिनेचुने अस्पताल में ही काम कर रही है। अगर यही स्थित रही तो वह भी काम करना बंद कर देगी। पिछले छह महीने से बंद पड़ी मशीन और मीडिया में हो रही किरकिरी से बचने के लिए टीबी अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारियों ने एक्स-रे रूम के बाहर लगे बोर्ड को ही उतरवा दिया। इससे यह साफ हो गया है कि यहां तो एक्स-रे की सुविधा फिलहाल नहीं है।
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वर्जन
डार्क रूम वाली यह एक्स-रे मशीन अब लगभग चलन से बाहर हो चुकी है। डिजिटल मशीनों से एक्स-रे किया जा रहा है। पिछले पांच साल से अधिक समय हो गया और डार्करूम वाली इस एक्स-रे मशीन की प्लेट की सप्लाई ही नहीं हो रही है। इस बाबत स्वास्थ्य महकमें के उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। जल्द ही इस समस्या का कोई हल निकाल लिया जाएगा।
डॉ. पवन, टीबी अस्पताल अंबाला शहर।