श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया स्वामी दयानंद सरस्वती जन्मोत्सव
स्वामी दयानंद सरस्वती का जन्मोत्सव एवं बोधोत्सव रविवार को श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में हवन यज्ञ प्रवचन एवं भक्ति पूर्ण भजन की प्रस्तुति की गई।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर:
स्वामी दयानंद सरस्वती का जन्मोत्सव एवं बोधोत्सव रविवार को श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में हवन यज्ञ, प्रवचन एवं भक्ति पूर्ण भजन की प्रस्तुति की गई। अध्यक्षता डीएवी कालेज प्रबंधक समिति नई दिल्ली उपप्रधान राजेंद्र नाथ ने की। उन्होंने बताया कि देव दयानंद सरस्वती प्रदत्त संस्कारों एवं उपकारों को बिसराना संभव नहीं है। मुख्य वक्ता डॉ. वीरेन्द्र अलंकार (अध्यक्ष दयानंद चेयर, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़) ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती ने ईश्वर के सत्य स्वरूप को पुन: स्थापित किया। उन्होंने वेद, वैदिक शास्त्रों और योग विद्या के बिसरे ज्ञान को लोगों को अवगत करवाया। डीएवी कॉलेज पिहोवा के प्राचार्य डॉ. कामदेव झा हवन यज्ञ में मुख्य यजमान के रूप में विराजमान रहे। आर्य समाज रेलवे रोड अंबाला शहर के मंत्री डॉ. विकास कोहली ने बताया कि इस वेदरूपी अमूल्य धरोहर जो स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा प्रदत्त सत्यार्थ प्रकाश के रूप में हमारे समकक्ष विद्यमान है उसका संरक्षण एवं प्रसार करना प्रत्येक व्यक्ति का मुख्य दायित्व है। दिल्ली से पधारे भजनोपदेशक तिलक राज भारद्वाज एवं सोहन लाल डीएवी कालेज आफ एजुकेशन के प्राचार्य डॉ.विवेक कोहली ने वैदिक भजनों की ऐसी छटा बिखेरी। कार्यक्रम में अंबाला के विभिन्न आर्य समाजों व स्कूल कॉलेजों से लगभग 250 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।