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सब डिवीजन में सफाई न शिकायत का समाधान, भटक रहे उपभोक्ता

जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी में उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम का क्वालिटी सब डिवीजन

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Oct 2018 07:12 PM (IST)Updated: Tue, 30 Oct 2018 07:12 PM (IST)
सब डिवीजन में सफाई न शिकायत का समाधान, भटक रहे उपभोक्ता
सब डिवीजन में सफाई न शिकायत का समाधान, भटक रहे उपभोक्ता

जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी में उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम का क्वालिटी सब डिवीजन नंबर दो। मंगलवार को 10 बजे थे और सब डिवीजन के जेई के साथ-साथ अन्य कर्मचारी अपनी सीटों से गायब थे। जनता भटक रही थी। कोई बिजली का बिल ठीक कराने तो कोई छुट्टी लेकर एसडीओ और जेई के पास हस्ताक्षर कराने पहुंचा। लेकिन एसडीओ से क्लर्क तक कोई सीट पर नहीं था। जनता को परेशान होना पड़ रहा था।

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गणेश विहार से पहुंची महिला ने बताया कि उसके 50 गज के मकान में संजय के नाम से बिजली का मीटर लगा है। घर में न एसी न ओर न ही कोई अन्य बड़ा बिजली का उपकरण है। उसके घर का लोड एक किलोवाट है और बिजली निगम ने बिल 11 हजार भेज दिया है। इतनी बड़ी रकम को वह किस तरह से चुकाए। इसीलिए बीते दो दिन से वह एसडीओ प्रियांक से मिलने के लिए आ रही है। तीन घंटे के लंबे इंतजार के बावजूद एसडीओ सीट पर नहीं मिलते। सब डिवीजन के जेई के कमरों में ताले लगे हैं और अब वह किसे अपनी समस्या बताए? बिजली उपभोक्ता ने कहा कि बिजली भरने का समय चल रहा है और गलत बिजली का बिल नहीं भरा जाता है तो वह जुर्माना लगेगा। यह आम जनता पर बोझ है। फोटो 12

27 हजार का बिल भेज दिया

शिवपुरी कॉलोनी निवासी नजब हुसैन ने बताया कि उसका 250 से एक हजार तक का ही बिजली का बिल आता था। लेकिन इस बार जो बिजली का बिल 27 हजार रुपये आ गया है। बिजली के उपभोक्ता ने बताया कि हड़ताल के चलते उसका बिजली का बिल ठीक नहीं हो रहा है। इसीलिए उसे काफी परेशानी झेलनी पड़ी। गंदगी से बुरा हाल

प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान सब डिवीजन में आकर दम तोड़ रहा है। जहां पर बिजली के उपभोक्ता बिल जमा कराते हैं वहां पर आवारा पशु गोबर कर जाते हैं जिसके चलते लाइनों में लगे बिजली के उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है। बिजली के उपभोक्ता मोहित कपूर, राजेश कुमार, अविनाश, सूरज प्रकाश और अनीता ने बताया कि सब डिवीजन में जब भी आते हैं तो गंदगी ही मिलती है। कम से कम बिजली के उपभोक्ताओं की बिजली के बिल भरने वाली जगह की साफ सफाई कराई जा सकती है। उन्होंने कहा कि बिजली के पीछे कबाड़ में सरकारी संपत्ति जर्जर हो रही है।


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