तनाव में रही बेटी, पापा को कॉल कर गुरुकुल से ले जाने की थी बात
- पिछले कई दिनों से कर रही थी कॉल सुसाइड नोट में सहेली से बात न करने का भी जिक्र। पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंपा शव बिहार लेकर हुए रवाना।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे पर स्थित चमन वाटिका गुरुकुल में नॉन मेडिकल 12वीं की छात्रा रुचि कुमारी पिछले कुछ दिनों से तनाव में चल रही थी। इसी बीच बेटी ने कई बार पिता को कॉल कर यहां से ले जाने की बात भी की थी। यह मामला जब सार्वजनिक होने लगा, तो छात्रा को समझाने के लिए बाकायदा काउंसिलिग भी की गई। बताया जाता है कि छात्रा ने यहां से जल्द ले जाने की बात पिता से की थी और उनका प्रोग्राम आने का बताया जा रहा था। इसी बीच छात्रा ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार को अंबाला शहर के नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम कर शव वारिसों को सौंप दिया। सुसाइड नोट सार्वजनिक करने से बची पुलिस, परिजनों को पढ़वाया
पुलिस ने छात्रा द्वारा लिखा सुसाइड नोट भले ही सार्वजनिक नहीं किया, लेकिन रुचि के परिजनों को इसे पढ़वाया गया। बताते हैं कि सुसाइड नोट में ही जहां छात्रा ने परिजनों की उम्मीदों पर खरा न उतरने की बात कही है, वहीं अपनी सहेली द्वारा बात न करने का भी जिक्र किया गया है। हालांकि बताते हैं कि सुसाइड नोट में किसी को मौत का जिम्मेदार नहीं ठहराया, लेकिन पुलिस भी मामला नाजुक होने के कारण फूंक फूंक कर कदम रख रही है। यह है मामला
चमन वाटिका गुरुकुल में नॉन मेडिकल में 12वीं कक्षा की छात्रा ने स्कूल के स्टोर में फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। छात्रा की पहचान बिहार के बेतिया की रूचि कुमारी के रूप में हुई थी। मृतका का शव पोस्टमार्टम के लिए शव गृह में रखवा दिया गया था। जहां शुक्रवार को परिजन सुबह नागरिक अस्पताल में पहुंच गए। इसके बाद परिजनों ने रूचि का सुसाइड नोट पढ़ा और पोस्टमार्टम के बाद बॉडी ले जाने की मांग की। इस पर पुलिस ने भी बिना देरी किए जल्दी-जल्दी प्रक्रिया पूरी की और चिकित्सकों ने भी पोस्टमार्टम कर दिया। जबकि अन्य मामलों में अस्पताल में इतनी जल्दी पोस्टमार्टम नहीं होते। इसे लेकर विगत दिनों अस्पताल में विवाद भी हो चुके हैं।