शिक्षा विभाग की कार्रवाई से सहमे प्राइवेट स्कूल संचालक, बोले हाईकोर्ट से मिली है स्टे
प्राइवेट स्कूलों में पहुंचकर विद्यार्थियों के बैग चेक किए जाएंगे। यदि किसी भी विद्यार्थी के बैग से प्राइवेट पब्लिसर्स की किताबें पाई गई तो प्राइवेट स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : प्राइवेट स्कूलों में पहुंचकर विद्यार्थियों के बैग चेक किए जाएंगे। यदि किसी भी विद्यार्थी के बैग से प्राइवेट पब्लिसर्स की किताबें पाई गई तो प्राइवेट स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। खंड शिक्षा अधिकारी नारायणगढ़ और शहजादपुर ने जब प्राइवेट स्कूल संचालकों को यह संदेश भिजवाए तो वह भड़क गए। इस मामले में सहमे प्राइवेट स्कूल संचालकों ने अंबाला शहर में पत्रकारवार्ता कर कहा कि यदि बीईओ ऐसा करते हैं तो वह हाईकोर्ट में दोनों बीईओ को व्यक्तिगत तौर पर पार्टी बनाएंगे। क्योंकि प्राइवेट पब्लिसर्स की किताबों के मामले में हाईकोर्ट ने अभी स्टे लगाया हुआ है।
फेडरेशन आफ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश प्रवक्ता सौरभ कपूर ने बताया कि नारायणगढ़ व शहजादपुर के बीईओ की तरफ से स्कूल को आदेश जारी किए गए है कि वह स्कूलों का निरीक्षण कर जांच करेंगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले को लेकर नेशनल इंडिपेंडेट स्कूल एलाइंस (निसा) की तरफ से एक केस दाखिल किया हुआ है, जिसमें शिक्षा नियमावली 2003 का वाला देते हुए मांग की गई थी कि स्कूलों में प्राइवेट पब्लिसर की किताबें लगाने की परमिशन दी जाए। सौरभ ने साफ किया कि हाईकोर्ट से इस मामले में स्टे लगा है और यदि किसी अधिकारी ने स्कूलों में जाकर चेकिग की तो उन्हें व्यक्तिगत रुप से हाईकोर्ट के आदेशों की अनदेखी करने पर पार्टी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी के सिलेबस के आधार पर प्राइवेट पब्लिसर की किताबें लगाई जा सकती है। साथ ही उन्होंने एक बार फिर सरकार पर 134ए के तहत रिइंब्रसमेंट न देने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार गरीबों का हक मारने में लगी है। इस अवसर पर प्रदेश उपप्रधान बंसीलाल कपूर व कोषाध्यक्ष मा. ओम प्रकाश, सेक्रेटरी विशाल चुघ सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।