दर्जा स्पेशल ट्रेनों का, बुकिग पुराने ढर्रे पर, वेटिग 480 के पार
दीपक बहल अंबाला भारतीय रेल की दोहरी नीति ने जहां यात्रियों की उम्मीदें जगा दी वहीं इनक
दीपक बहल, अंबाला
भारतीय रेल की दोहरी नीति ने जहां यात्रियों की उम्मीदें जगा दी, वहीं इनकी जेबें भी हल्की होंगी। एक जून से 200 ट्रेनें पटरी पर उतरने जा रही हैं, लेकिन इनमें टिकट बुकिग का ढर्रा पुराना ही है। एक-एक टिकट पर वेटिग लिस्ट 480 पहुंच चुकी है, जबकि वेटिग टिकट वाला यात्रा नहीं कर सकता। टिकट रद के बाद जहां इनकी जेबें हल्की होंगी, वहीं जो लोग स्टेशन ट्रेन पकड़ने पहुंचेंगे, उनको बैरंग लौटना पड़ेगा। शारीरिक दूरी के नियमों का पालन हो, इसको लेकर रेलवे ने सराहनीय कदम उठाए हैं, लेकिन वेटिग लिस्ट के आंकड़े की सीमा तय न होना यात्रियों के लिए परेशानी पैदा करेगा। जहां इन यात्रियों की उम्मीदें टूटेंगी, वहीं इनको प्रत्येक टिकट पर 60 रुपये का नुकसान भी होगा। एक तरफ अटकलें लगाई जा रही थी कि मिडल सीट पर बुकिग नहीं होगी और कम वेटिग की सीमा भी कम होगी। दैनिक जागरण ने पड़ताल की, तो वेटिग लिस्ट स्लीपर क्लास की 480 के बाद नो रूम की गई। एक जून से 04650 सरयू-यमुना कोविड 19 स्पेशल ट्रेन अमृतसर से जयनगर पटरी पर उतरने वाली है। इस ट्रेन में स्लीपर क्लास की सभी सीटें अभी से ही फुल हो चुकी हैं। वेटिग लिस्ट तक इस ट्रेन में टिकट नहीं मिल रही। एक जून की बात करें, तो स्लीपर क्लास में इस ट्रेन की वेटिग 480 है, जबकि थर्ड एसी की वेटिग लिस्ट 175 है। इसी प्रकार सेकेंड एसी मे वेटिग लिस्ट रविवार को 48 दिखाई दी। दूसरे दिन भी इस ट्रेन में स्लीपर क्लास में नो रूम है, यानी वेटिग लिस्ट 473 के बाद नो रूम कर दिया गया, जबकि थर्ड एसी में 76 तो सेकेंड एसी में 38 है। इन लोगों को रेलवे ने वेटिग लिस्ट जारी कर दी, लेकिन वह इस टिकट पर यात्रा नहीं कर सकते। ऐसे में सवाल उठाता है कि 480 तक वेटिग जारी ही क्यों की गई। स्टेशन से बुकिग करवाने वाले लोगों को की टिकट भी स्टेशन पर ही रद करवानी होगी। ऐसा ही हाल नई दिल्ली से सहरसा जाने वाली ट्रेन संख्या 02554 का दिखा। इस में स्लीपर क्लास में वेटिग का आंकड़ा 302, जबकि थर्ड सी में 79 तथा सेकेंड एसी में 30 है। यह ट्रेन 2 जून को पटरी पर उतरेगी, जबकि वेटिग और बढ़ेगी। इसी प्रकार नई दिल्ली से दरभंगा जाने वाली ट्रेन नंबर 12566 में स्लीपर क्लास में वेटिग 314, थर्ड एसी में 71 और सेकेंड एसी में 26 का है। वेटिग यह लंबी फेहरिस्त का कंफर्म होना मुश्किल है, जबकि अभी भी वेटिग लिस्ट में टिकट बुक की जा रही है। ऐसा ही हाल अमृतसर से कोलकाता जाने वाली स्पेशल ट्रेन 02358 का है, जिसमें स्लीपर में 233, थर्ड एसी मे 74 वेटिग है। दिल्ली से डिब्रूगढ़ जाने वाली ट्रेन संख्या 05659 में स्लीपर में 270, थर्ड एसी में 26 वेटिग है। इनमें से अधिकांश लोगों को पता भी नहीं होगा कि अब वेटिग में यात्रा नहीं कर सकेंगे। हालांकि यह नियम आज का नहीं है, लेकिन रेलवे इसे लागू ही नहीं कर सका था।
टिकट रद करवाने वाले बिना रिफंड के लौट रहे
टिकट काउंटरों पर टिकट रद करवाने जा रहे लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। रेलवे यात्रियों को टिकट रिफंड 25 मई के बाद लौटाएगी। हालांकि जिन लोगों की टिकट लॉकडाउन से पहले बुक हुई थी और रेलवे ने ट्रेन रद की, उनका रिफंड रेलवे देगा।