चलती ट्रेन से छह महीने का बच्चा चोरी
संवाद सहयोगी, बराड़ा : चलती ट्रेन में सोई हुई मां के पास से एक आरोपित उसके छह महीने
संवाद सहयोगी, बराड़ा : चलती ट्रेन में सोई हुई मां के पास से एक आरोपित उसके छह महीने के बच्चे को चुरा ले गया, लेकिन किस्मत अच्छी थी कि मां-बाप को कुछ ही घंटों के बाद बच्चा वापस मिल गया। समस्तीपुर बिहार के रहने वाली ज्योति अपने पति सुरजीत व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ धनबाद-फिरोजपुर ट्रेन से बठिडा पंजाब जा रहे थे। जब ट्रेन जगाधरी पहुंची तो परिवार के सदस्य सोए हुए थे। मां ज्योति देवी के पास उसका 6 महीने का मासूम तेजस भी ऊपर बर्थ पर सोया हुआ था। बराड़ा रूकने के बाद ट्रेन सुबह लगभग 7 बजे तंदवाल रेलवे स्टेशन की ओर चली तो वहां पर रेड लाइट होने पर रूक गई। ऐसे में बच्चा चुराने वाला चोर बच्चा चुराकर तंदवाल रेलवे स्टेशन के पास उतर गया। जब ट्रेन चल पड़ी तो परिवार के लोगों की आंख खुली तो बच्चे की तलाश गाड़ी में की गई लेकिन बच्चे का कोई अता-पता न चला। अंबाला पहुंचकर परिवार ने जीआरपी अंबाला से संपर्क किया तो वहां से एक पुलिसकर्मी को पीड़ित परिवार के साथ पैसेंजर ट्रेन में जगाधरी की ओर बच्चे की तलाश के लिए भेजा गया। पैंसेजर ट्रेन में सवार होकर बच्चे का पिता व जीआरपी पुलिसकर्मी जब तंदवाल स्टेशन पहुंचे तो उसी ट्रेन के डिब्बे में बच्चा चुराने वाला चोर भी बच्चे सहित चढ़ गया। पिता सुरजीत ने बच्चे को पहचान लिया। यह देख चोर सकते में आ गया और चोर ने बच्चे को पिता सुरजीत की ओर फेंक दिया और ट्रेन से नीचे उतर का भाग निकला। पुलिसकर्मी और पिता सुरजीत ने चोर को पकड़ने की कोशिश की लेकिन बरसात की वजह से वह भागने में कामयाब हो गया।
ग्रामीणों की मदद से की चोर की तलाश
इस पूरे घटनाक्रम में बच्चा बरामद होने के बाद पुलिसकर्मी व बच्चे के पिता ने चोर को क्षेत्र में तलाशना जारी रखा। इस तलाशी अभियान में स्थानीय ग्रामीणों विक्रम, राजबीर, जाफर, कुलबीर, बिल्लु, इंतजार व अन्य लोगों ने स्टेशन के पास खेतों के इलाकों में चोर की तलाश की लेकिन चोर का कोई अता-पता न लग सका। हलांकि सभी इस बात से खुश थे कि बच्चा परिवार को मिल गया है।