वार्षिक शुल्क नहीं देने पर एसडी विद्या स्कूल ने रोका बच्चों का रिजल्ट
नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले ही स्कूलों में वार्षिक शुल्क का विवाद खड़ा होने लगा है। बुधवार को अंबाला कैंट के द एसडी विद्या स्कूल ने 50 फीसद वार्षिक शुल्क नहीं देने पर बचों का रिजल्ट रोक लिया।
जागरण संवाददाता, अंबाला : नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले ही स्कूलों में वार्षिक शुल्क का विवाद खड़ा होने लगा है। बुधवार को अंबाला कैंट के द एसडी विद्या स्कूल ने 50 फीसद वार्षिक शुल्क नहीं देने पर बच्चों का रिजल्ट रोक लिया। इससे नाराज अभिभावकों ने इसका जमकर विरोध किया। बुधवार को सुबह ही अभिभावकों को मैसेज कर दिया गया था, जिसके बाद स्कूल में हंगामा हुआ। रिजल्ट जारी नहीं करने पर अभिभावक खासे नाराज दिखाई दिए, जबकि प्रिसिपल ने स्पष्ट कहा कि अभिभावक पेमेंट कर टैक्सट मैसेज करें, बच्चों का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा अन्यथा बच्चे का नाम काट दिया जाएगा। अभिभावकों के विरोध के बाद प्रिसिपल ऑफिस में तीन-तीन अभिभावकों को मीटिग के लिए बुलाया गया। कुछ अभिभावक बैठक में शामिल होने गए, लेकिन अधिकांश ने स्कूल प्रबंधन के फैसले पर नाराजगी जताई। प्रिसिपल ने कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए यह चार्ज लेने की बात कही।
गौरतलब है कि मंगलवार को भी छावनी के सिसिल कान्वेंट स्कूल में फीस का मामला गरमाया था। शिकायत डीईओ को दी गई थी।
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यह किया गया था मैसेज
स्कूल की ओर से अभिभावकों को वाट्सअप मैसेज किए गए। इसमें कहा कि कोविड 19 महामारी को देखते हुए स्कूल मैनेजमेंट ने निर्णय लिया है कि शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के वार्षिक शुल्क के रूप में 50 फीसद राशि ही ली जाएगी। जिन अभिभावकों ने यह राशि पूरी जमा करवा दी है, उनकी 50 फीसद राशि को आगामी शिक्षा सत्र 2021-2022 की फीस में एडजस्ट कर दी जाएगी।
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इस कारण से बिगड़ा मामला
जिन अभिभावकों ने बच्चों के वार्षिक शुल्क नहीं जमा कराए उनके रिजल्ट ही जारी नहीं किए गए। स्कूल की ओर से कहा गया कि पहले यह चार्ज जमा करवाए जाएं, जिसके बाद रिजल्ट जारी किया जाएगा। इसी पर अभिभावक भड़क गए और स्कूल पहुंच गए। यहां पर अभिभावकों ने विरोध किया और कहा कि सरकार ने भी सिर्फ ट्यूशन फीस लेने के निर्देश दिए हैं। स्कूल कोई चार्ज स्कूल वसूल नहीं कर सकता।
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अभिभावकों ने प्रिसिपल को बाहर बुलाया
स्कूल के रवैये से भड़के अभिभावकों ने साफ कहा कि वे तीन-तीन कर प्रिसिपल ऑफस में जाकर बात नहीं करेंगे। सभी की समस्या एक ही है तो प्रिसिपल बाहर आकर बात करें। इसके बाद प्रिसिपल बाहर आईं और साफ कहा कि पहले से ही आपको कहा गया था कि वार्षिक शुल्क तो देना ही पड़ेगा। यह स्कूल मैनेजमेंट का निर्णय है।
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वर्जन
स्कूल मैनेजमेंट का निर्णय है कि वार्षिक शुल्क का 50 फीसद देना होगा। इसके बारे में अभिभावकों को पहले ही बता दिया गया था। अब अभिभावक विवाद बना रहे हैं।
- नीलइंद्रजीत कौर संधू, डायरेक्ट प्रिसिपल, द एसडी विद्या स्कूल, अंबाला कैंट
---------- स्कूल वार्षिक चार्ज नहीं ले सकता। चार्ज लेने का कोई आर्डर तो आया नहीं है। इस मामले में एक और स्कूल का विवाद सामने आया था जबकि अब एसडी विद्या का मामला सामने आया है।
- रेणू अग्रवाल, बीईओ अंबाला कैंट
सिसिल कान्वेंट स्कूल में भी उठा विवाद
अंबाला कैंट के सिसिल कान्वेंट स्कूल में भी फीस वृद्धि का मामला उठा है। यहां पर भी अभिभावकों ने इसका विरोध किया और इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी को दी थी। अभिभावकों का कहना है कि फीस में बेहताशा वृद्धि कर दी गई है, जिसका कोई आधार नहीं है। जनवरी में भी अभिभावकों को मैसेज भेजे गए थे कि वे 12 हजार रुपये जमा करवाएं। अब बच्चों का रिजल्ट रोका जा रहा है। स्कूल के निदेशक सुधीर विदलस का कहना है कि आरोप निराधार हैं। नियम अनुसार ही फीस आदि ली जा रही है।