21 से खुलेंगे स्कूल, व्यवस्थाएं बनाने में जुटे, टीचर्स को करवाना होगा कोरोना टेस्ट
जागरण संवाददाता अंबाला पांच माह से बंद पड़े स्कूलों में हर स्टूडेट्स की हलचल होगी। इसक
जागरण संवाददाता, अंबाला : पांच माह से बंद पड़े स्कूलों में हर स्टूडेट्स की हलचल होगी। इसके लिए सरकार 21 सितंबर 2020 से स्कूल खोलने जा रही है, जिसमें 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थी स्कूल आ सकेंगे। हालांकि स्कूल में क्लास नहीं लगेगी। इसी को लेकर इन दिनों स्कूलों में तैयारियां की जा रही हैं। सबसे महत्वपूर्ण है कि विद्यार्थियों के स्कूल आने से पहले टीचर्स का कोरोना टेस्ट कराना जरूरी है। इसी को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार ने डीसी अशोक कुमार व सीएमओ डा. कुलदीप सिंह को लेटर भी लिखा है। इसकी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। 21 सितंबर को स्कूल खुलेंगे, जबकि उक्त कक्षाओं के विद्यार्थी अपनी शंकाओं को दूर करवाने, होमवर्क चैक करवाने को लेकर स्कूल आ सकते हैं। इसके लिए उन्हें अभिभावकों से लिखित में लाना होगा कि वे अपनी मर्जी से विद्यार्थियों को स्कूल भेज रहे हैं। साथ ही सरकार द्वारा स्टेंडर्ड ऑपरेटिग प्रोसीजर के तहत जो भी निर्देश दिए गए हैं, उनके अनुसार ही स्कूल अपनी व्यवस्थाएं बनाएंगे। -------------- यह कहते हैं प्रिसिपल फोटो नंबर :: 24 जिन क्लास रूम में विद्यार्थी आएंगे, उनको सैनिटाइज कर लिया है। प्रापर चैकअप करने के बाद ही किसी को भीतर आने दिया जाएगा। - मीनाक्षी डोगरा, प्रिसिपली डीएवी स्कूल नारायणगढ़ -------------- फोटो नंबर :: 25 स्टूडेंट्स के लिए डाउट क्लासें शुरु की जाएंगी। इसके लिए जो भी गाइडलाइन हैं, उनको फॉलो किया जाएगा। - राजीव मेहता, ब्लू बैल्स स्कूल नारायणगढ़ -------------- फोटो नंबर :: 26 कोशिश रहेगी कि क्लास रूम में कम से कम विद्यार्थी आएं। व्यवस्था यह बना रहे हैं कि एक बेंच पर एक ही विद्यार्थी बैठे। - अनुराधा भाटिया, प्रिसिपल शिवालिक इंटरनेशनल स्कूल नारायणगढ़ -------------- फोटो नंबर :: 27 स्कूल में 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए व्यवस्था बना ली है। जो भी विद्यार्थी आएंगे, उनको एक प्लान के तहत ही अटेंड करेंगे। - ओम प्रकाश, प्रिसिपल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मेन ब्रांच, अंबाला कैंट -------------- फोटो नंबर :: 28 टीचर्स को निर्देश दे दिए गए हैं। स्कूल आने वाले स्टूडेंट्स को गाइडलाइन के तहत आने देंगे, जबकि अभिभावकों की लिखित मंजूरी भी जरूरी है। - दिनेश कुमार, प्रिसिपल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बकरा मार्केट, अंबाला कैंट