जवानों ने सरहद पर ड्यूटी कर 104 करोड़ की गाढ़ी कमाई पल में एेसे गंवाई
सरहद की रक्षा करने वाले फौजियों को अधिक ब्याज का लालच देकर उनकी जिंदगीभर की गाढ़ी कमाई जालसाज ने एक झटके में ही हड़प ली।
अंबाला [दीपक बहल]। सरहद की रक्षा करने वाले फौजियों को अधिक ब्याज का लालच देकर उनकी जिंदगीभर की गाढ़ी कमाई जालसाज ने एक झटके में ही हड़प ली। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट की सख्ती के चलते चार साल पुराना बहुचर्चित मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। करीब 104 करोड़ रुपये की इस ठगी में पुलिस ने महज 25 लाख रुपये की रिकवरी की, लेकिन पीड़ितों को अभी तक फूटी कौड़ी तक नहीं मिली।
इस प्रकरण में पुलिस की लापरवाही की सामने आ चुकी है। जेल में बंद मास्टरमाइंड अशोक अग्रवाल के भाई विनोद का चालान तय अवधि में कोर्ट में पेश नहीं हो सका जिस कारण उसे जमानत पर छोड़ दिया गया। आरोपित के पिता रामस्वरूप और पत्नी रेखा की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। अंबाला छावनी की सदर थाना पुलिस ने 26 अक्टूबर 2015 को मामला दर्ज किया था। इस मामले में 293 लोगों को गवाह बनाया गया है।
इस तरह हाई कोर्ट में हुई पुलिस की किरकिरी
इस बहुचर्चित मामले में DSP ने जांच के दौरान साजिश की धारा 120 हटा दी तो पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। हाईकोर्ट ने जवाब तलब किया तो 120B की धारा हटाने वाले DSP की तरफ से ही जवाब दाखिल किया गया।
पीड़ित पक्ष के वकील ने इस पर सवाल उठाया। हाईकोर्ट ने अंबाला रेंज के IG से जवाब तलब किया, जिसके बाद दो DSP के नेतृत्व में कमेटी गठित कर दी गई। कमेटी ने धारा 120B लगाई और आरोपितों की गिरफ्तारी भी की। किरकिरी के कारण 7 मार्च 2019 को एक इंस्पेक्टर और चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
उम्मीदों के इंतजार में बुजुर्ग हो गए पीड़ित
एक-एक फौजी से 40 लाख रुपये तक की ठगी की गई। करीब 1200 लोगों से ठगी की गई। शारदा पारिख से 1 लाख रुपये, रिटायर्ड ले. कर्नल आरसी सहगल से 15 लाख, रिटायर्ड संतोख सहगल से 6 लाख, रिटायर्ड जसबीर सिंह से 38 लाख, अनूप गुप्ता से 2 लाख, बलविंद्र सिंह से 13 लाख, रणजीत सिंह से 7 लाख, गुलजार सिंह से 20 लाख, यादविंद्र सिंह से 6 लाख, शमशेर सिंह से 6 लाख, सुरमुख सिंह से 10 लाख रुपये हड़पे गए।
राजकुमार से 7 लाख, दिलबाग सिंह से 1 लाख 32 हजार, जसबीर सिंह से 5.50 लाख, प्यारे लाल से 40 लाख, हरदीप नारायण सिंह से 13.75 लाख, किरण चंद्र नायक से 5.75 लाख, गुरमेज सिंह से 7.50 लाख, दविंद्र सिंह से 4.50 लाख, कुलदीप सिंह से 5 लाख, बलबीर सिंह से 27 लाख, रामभगत से 5 लाख, मनोज कुमार दुबे से 9.25, अमरीश थापा से 2.55 लाख, रमेश सिंह से 5.66 लाख, लखबीर सिंह से 4.76 लाख, अमर सिंह से 9 लाख, भूपिंद्र सिंह से 35 लाख, सूखा सिंह से 6.85 लाख, बलविंद्र सिंह से 3.50 लाख, सुखविंद्र सिंह से 22 लाख और कंवलजीत सिंह से 40.80 लाख, बलवान सिंह से 36 लाख रुपये की ठगी की गई।