बरसात के बाद सीवरेज के गड्ढों में फंसे वाहन तो धंसी सड़कें
बरसात के बाद सीवरेज के गड्ढों के कहीं फंसे वाहन तो कहीं धंसी सड़कें
जागरण संवाददाता, अंबाला: महेश नगर स्थित दयाल बाग, शिव प्रताप नगर सहित दर्जनों कॉलोनियों में सीवरेज लाइन बिछाने के बाद ठेकेदार द्वारा गलियों को पक्का ना करना जनता के लिए मुसीबत बन चुका है। शनिवार हुई बरसात के बाद कॉलोनियों में यह स्थिति थी कि कहीं जगह चौपहिया वाहन फंस गए तो कहीं जगह सड़क ही धंस गई। यह वो गलियां है जहां बरसात से पहले गड्ढों को महज मिट्टी डालकर बंद कर दिया गया था। स्थिति यह बन चुकी है कि चौपहिया वाहन इन गड्ढों के ऊपर से जैसे ही गाड़ी लेकर गुजरते हैं, वैसे ही गाड़ी जमीन में धंस जाती है। जिसे जेसीबी व लोगों की मदद से निकाला जाता है। करीब आठ माह से चल रहा यह काम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। ठेकेदार है कि अपनी मनमानी चलाते हुए कभी काम करने आते हैं तो कभी नहीं। लोगों का पैदल निकलना तक मुश्किल हो चुका है। बरसात में कीचड़ के कारण महिलाओं से लेकर बुजुर्ग तक गिरकर चोटिल हो चुके हैं। बावजूद निगम अधिकारी है कि ठेकेदार को सख्त निर्देश तक स्थिति सुधारने की जगह हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए है।
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कार तो कहीं टाटा मैजिक धंसी
शनिवार को हुई बरसात के बाद इन गड्ढों में वाहन फंसने का सिलसिला चलता रहा। सुबह जहां पंचमुखी हनुमान मंदिर के ठीक सामने खेड़े वाली गली में दूध से भरी टाटा मैजिक फंस गई, वहीं टेंडर हार्ट हाई स्कूल के पास ही सड़क धसने के कारण एक कार भी फंस गई। लोगों ने कभी जैक तो कभी लोगों को एकत्रित कर धक्का मारके कार को निकाला। कार चालक प्रिस, जैकी, सचिन का कहना था कि ठेकेदार की लापरवाही का नतीजा है कि आज गलियों में वाहन लेकर गुजरना तक मुश्किल हो चुका है।
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इस कारण से है परेशानी
दयाल बाग सहित कई कॉलोनियों में सीवरेज लाइन डालने का काम किया जा रहा है। कुछ गलियों में यह काम पूरा हो चुका है, जबकि अधिकतर गलियों में यह काम अभी अधूरा पड़ा। इन में जंक्शन बाक्स लगाने हैं, जिसके चलते पाइपलाइन डालने के बाद इन गलियों को मिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। बरसात के कारण गड्ढों में पानी व कीचड़ हो जाता है, जबकि गली के साइडों से होकर गुजरना पड़ता है। ऐसी स्थित में परेशानी आ रही है।
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फोटो- 30
विजय रत्न चौक के पास गुड़गुड़िया नाले के साथ धंसी सड़क
बरसात के कारण विजय रत्न चौक स्थित पुलिया के ठीक साथ गली की सड़क ही धंस गई। सड़क के नीचे जमा मिट्टी की बह गई। देखते ही देखते सड़क का काफी बड़ा हिस्सा नाले में भी ढह गया। गनीमत यह रही कि कोई गली से गुजर नहीं रहा था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। स्थानीय दुकानदार पंकज व अन्य का कहना था कि टूटी सड़क के कारण अंधेरे में नाले के अंदर गिरने का खतरा मंडरा रहा है। निगम अधिकारियों को या तो साइन बोर्ड लगाना चाहिए या फिर सड़क का निर्माण करवाना चाहिए।