मंदिर में शराब पीने से मना किया तो चाकू से हमला, पीजीआइ रेफर
गांव जंगुमाजरा में गुरु रविदास मंदिर के अंदर बैठकर शराब पी रहे काठे माजरा के तीन युवकों को जब गुरमीत ने रोका तो उस पर चाकू से हमला कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, अंबाला: गांव जंगुमाजरा में गुरु रविदास मंदिर के अंदर बैठकर शराब पी रहे काठे माजरा के तीन युवकों को जब गुरमीत ने रोका तो उस पर चाकू से हमला कर दिया गया। घायल हालत में उसे नारायणगढ़ के नागरिक अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां से गुरमीत की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज 32 में रेफर कर दिया गया है। नारायणगढ़ थाना पुलिस ने अब तीन दिन के बाद हमलावर प्रिस, रजत और शेर खान के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। ऐसे में परिजनों और समाज के लोगों में पुलिस की ढीली कार्रवाई के प्रति रोष है।
घायल गुरमीत ने बताया कि वह मेहनत मजदूरी करता है और 15 अगस्त की शाम के समय अपने गांव जंगु माजरा मे गुरु रविदास के मंदिर बैठा था तभी गांव काठे माजरा में रहने वाले प्रिस, रजत और शेरखान मंदिर की चहारदीवारी के अंदर आए और बैठकर शराब पीने लग गए। जब उसने युवकों से मना किया कि वह शराब को मंदिर परिसर से बाहर जाकर पी ले। यह बात युवकों को नागुजार लगी और उन्होंने अपशब्द बोलने शुरू कर दिए। विवाद बढ़ने पर वह मौके से अपने घर पर आ गया। अगले दिन 16 अगस्त को करीब डेढ़ बजे गांव के सरपंच की दुकानों की सीढि़यों पर बैठा था। इसी बीच तीनों युवक आए और उस पर चाकुओं से हमला बोल दिया गया। आरोपित प्रिस ने अपने हाथ मे पकडे हुए चाकू से उसके सिर के ऊपर दो वार किए और तीसरा वार उसके हाथ के पास किया। शोरशराबा सुनकर उसका चाचा राजेंद्र मौके पर आया तो हमलावर तीनों युवक उसे जान से मारने की धमकी देकर मौके से फरार हो गए। युवकों ने धमकी दी है कि वह उसे जान से मार देंगे। रविदास समाज के लोगों ने कहा कि युवक के गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई नहीं की है और ऐसे में धार्मिक स्थल से जुड़े मामले की वजह से स्थिति बिगड़ सकती है।