दुष्कर्म की पुष्टि के लिए भ्रूण व ससुर के डीएनए का होगा मिलान, दुविधा में पुलिस
77 वर्षीय ससुर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली 38 वर्षीय विधवा का जिला नागरिक अस्पताल में दूसरी बार अल्ट्रासाउंड करवाया गया। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए पुलिस अब महिला के गर्भ में पल रहे भू्रण और ससुर के डीएनए की जांच करवाएगी।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : 77 वर्षीय ससुर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली 38 वर्षीय विधवा का जिला नागरिक अस्पताल में दूसरी बार अल्ट्रासाउंड करवाया गया। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए पुलिस अब महिला के गर्भ में पल रहे भू्रण और ससुर के डीएनए की जांच करवाएगी। दूसरी ओर भ्रूण के कुछ सप्ताह का होने के कारण पीड़िता को गर्भपात कराने की अनुमति मिल गई है।
पुलिस के अनुसार, पीडि़ता मूल रूप से यमुनानगर की रहने वाली है और उसकी शादी अंबाला शहर के एक गांव में हुई थी। पति की मृत्यु कई वर्ष पहले हो चुकी है और उसे दो बच्चे भी हैं। उसका कहना है कि सास की मौत होने के बाद से ससुर उसे बुरी नीयत से देखता था। ससुर बच्चों को मारने की धमकी देता था और डरा-धमका कर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। जबकि बुजुर्ग ससुर अनफिट घोषित हो चुका है। वह अच्छे से चल भी नहीं पाता। ऐसे में पुलिस दुविधा में है। दुविधा से निकलने और सच्चाई सामने लाने के लिए ही पुलिस ने भ्रूण और पीडि़ता के ससुर के डीएनए की जांच कराने का निर्णय लिया है। शुक्रवार तक कर दिया जाएगा गर्भपात
महिला के शरीर में रक्त की कमी है इसीलिए उसका नागरिक अस्पताल में इलाज चल रहा है। संभवत: शुक्रवार तक महिला का गर्भपात भी कर दिया जाएगा। वहीं पीड़िता के आरोप हैं कि उसे जानबूझ कर भर्ती किया जा रहा है। उसने जल्द से जल्द ससुर को गिरफ्तार करने की मांग की है ताकि उसे इंसाफ मिल सके। उसका कहना है कि बच्चे रिश्तेदार के पास रह रहे हैं इसलिए उसे अस्पताल से जल्दी डिस्चार्ज किया जाए। वर्जन
महिला के गर्भ में पल रहे भ्रूण और आरोपित ससुर का डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा। इसके बाद ही पुलिस आगे की कोई कार्रवाई करेगी।
सुनीता ढाका, महिला थाना प्रभारी