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रेलवे की 1 जून से ट्रेनें चलाने की तैयारी पूरी, लेकिन प्रोटोकाल के पालन पर पेंच फंसा

रेलवे ने 1 जून से स्‍पेशल ट्रेनों चलाने की तैयारी पूरी कर ली है और इसके लिए बुकिंग भी जारी है। इसमें अब रेलवे स्‍टेशनों पर कोरोना प्रोटोकाल के पालन को लेकर पेंच फंस गया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 09:39 AM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 09:39 AM (IST)
रेलवे की 1 जून से ट्रेनें चलाने की तैयारी पूरी, लेकिन प्रोटोकाल के पालन पर पेंच फंसा
रेलवे की 1 जून से ट्रेनें चलाने की तैयारी पूरी, लेकिन प्रोटोकाल के पालन पर पेंच फंसा

अंबाला, [दीपक बहल]। पहली जून से स्पेशल ट्रेनें पटरी पर उतरने जा रही हैं, लेकिन गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा निर्धारित किए गए प्रोटोकाल पर पेंच अटका हुआ है। स्टेशनों पर यात्रियों की स्क्रीनिंग राज्य सरकार करेगी या फिर रेलवे इसको लेकर भी असमंजस की स्थिति है। ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों का शारीरिक तापमान ज्यादा हुआ, तो यात्रियों को क्वारंटाइन करना है या फिर घर भेजना है। इसको लेकर असमंजस है।

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रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की  थर्मल स्क्रीनिंग कौन करेगा इस पर असमंजस

ऐसे कई सवालों को उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है। रेलवे ने जो तैयारी की है उसके अनुसार स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों को पहले से ही प्लेटफार्म पर प्रवेश करना है। हर यात्री की थर्मल स्क्रीनिंग की जानी है और एक-एक कर यात्रियों को ट्रेन में सवार किया जाएगा।

सवाल- ट्रेनों से उतरने वाले कुछ यात्री संदिग्ध मिले तो वे कहां किए जाएंगे क्वारंटाइन

यात्री मानक शारीरिक दूरी के नियमों के मुताबिक लाइन में लगें। लेकिन ट्रेन में कोई यात्री कोरोना संदिग्ध पाया जाता है, तो उसे कहां क्वारंटाइन किया जाएगा। ट्रेन का ठहराव बहुत से स्टेशनों पर होगा, ऐसे में हर स्टेशन पर स्वास्थ्य महकमा या फिर रेलवे का हेल्थ विभाग स्क्रीनिंग करेगा, इस पर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है।

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दर्जा स्पेशल का, रिफंड के नियम पुराने

रेलवे स्पेशल ट्रेनों का दर्जा देकर 200 ट्रेनों को पटरी पर उतारने जा रहा है। लेकिन इस में रिफंड के नियम पुराने ही हैं। रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट को लेकर निर्देश जारी किए थे, लेकिन इनको लागू नहीं किया। स्लीपर में वेटिंग लिस्ट 200 का नियम बनाया गया, जबकि इस में 480 तक वेटिंग दी जा रही है।

इसी प्रकार थर्ड एसी में 100 का नियम 175 वेटिंग तक दी जा रही है। खास बात यह है कि यदि वेटिंग टिकट ट्रेन चलने से आधा घंटा पहले रद न कराया, तो यात्री की पूरी रकम डूब जाएगी। इसी प्रकार कन्फर्म टिकट चार्ट बनने से पहले रद कराया जा सकता है।

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