मालिकाना हक के लिए दूसरे दिन भी चली जनसभा, हुई नारेबाजी
छावनी के तोपखाना परेड में यहां के स्थानीय लोगों ने कैंटोनमेंट बोर्ड के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना देना शुरू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी के तोपखाना परेड में यहां के स्थानीय लोगों ने कैंटोनमेंट बोर्ड के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना देना शुरू कर दिया है। जिस जमीन पर यह लोग रह रहे है, उसका मालिकाना हक लेने के लिए शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी यहां जनसभा हुई। इस सभा में परेड, तोपखाना समेत आसपास सेना की जमीन पर बसी कई कॉलोनियों के लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौरान लोगों ने कैंटोनमेंट बोर्ड और रक्षा मंत्रालय अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। हालांकि अभी किसी राजनीतिक पार्टी ने इन लोगों के पास जाकर इनका दर्द सांझा करना भी जरूरी नहीं समझा है। लेकिन लोगों ने कहा कि जब तक उन्हें इस जमीन का मालिकाना हक नहीं मिल जाता, तब तक यहां बोर्ड के खिलाफ धरना जारी रहेगा।
धरने में दूसरे दिन की शुरूआत संयुक्त समाज सेवा संघ के अध्यक्ष शैलेंद कुमार ने की। उन्होंने बताया कि तीन-चार दिन पहले परेड निवासी जग्गनाथ का कैंटोनमें बोर्ड अधिकारियों ने बिना कोई नोटिस दिए उसका सारा मकान जेसीबी से तोड़ दिया है। ऐसे में अब उसके व परिवार के पास रहने के लिए भी जगह नहीं बची है। इसी कारण शुक्रवार को सैकड़ों लोगों ने पहले दिन बोर्ड कार्यालय तक अधिकारियों के खिलाफ जुलूस निकाला था और दूसरे दिन अब जनसभा शुरू कर दी गई है। इस दौरान धरने में परेड निवासी श्याम सुंदर, भगवान दास, हुकम चंद, नेक राम, ताराचंद, संतोष सक्सेना (समाजसेविका), राज दुलारी, राजरानी, पार्वती, शकुंतला, अनीता समेत अन्य काफी लोग मौजूद रहे।