अफसरों पर दबाव, अटका अनुबंधित कर्मियों का टाइप टेस्ट
नगर निगम में अनुबंध पर लगे चहेतों की नौकरी बचाने का खेल जोरों पर है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : नगर निगम में अनुबंध पर लगे चहेतों की नौकरी बचाने का खेल हो रहा है। इस खेल को अंजाम देने के लिए नेता जी अफसरों पर दबाव भी बना रहे हैं। इसके चलते अनुबंध कर्मियों के टाइ¨पग टेस्ट की तिथि बार-बार बदल रही है। इतना ही नहीं इस बार तो कोई तिथि निर्धारित ही नहीं की गई, जबकि टेस्ट को दो सप्ताह के लिए रद कर दिया गया। सूत्रों की मानें तो नेता जी के रास्ते में एक अफसर बाधा बन रहा है, जो शतरंज के वजीर की तरह मोहरा नहीं बन रहा, बल्कि हाथी की तरह अपनी मदमस्त चाल चल रहा है। ऐसे में हाथी को रास्ते से हटाने के अथक प्रयास हो रहे हैं, तब तक टाइप टेस्ट न होने के आसार भी हैं।
बता दें कि निगम में आउटसोर्सिंग पर 145 कर्मी काम कर रहे हैं, जो पिछले करीब पांच साल से जमे हुए हैं। इनकी गुणवत्ता के लिए अब निगम ने टाइप टेस्ट रख दिया है। जबकि सभी अनुबंध पर लगे कर्मियों को कंप्यूटर चलाना नहीं आता। ऐसे में ये कर्मी अपनी नौकरी बचाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। निगम की ओर से पहले 20 अक्टूबर की तिथि टेस्ट के लिए निर्धारित की गई थी। एक टीम का गठन भी किया गया था। इस टीम को ही टाइ¨पग टेस्ट की रिपोर्ट देनी थी, लेकिन अब टेस्ट की तारीख ही फंस कर रह गई है।
115 पर गिर सकती गाज
निगम में टाइप टेस्ट के डर से कर्मी कांप रहे हैं। कर्मियों को ¨हदी तो दूर अंग्रेजी की टाइ¨पग भी नहीं आती। इनमें क्लर्क के साथ-साथ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक इनमें से 30 को ही चुने जाने की संभावना है। बाकी को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।