कबूतरबाजी : कनाडा भेजने के नाम पर 11 लाख की ठगी, दंपती हुआ फरार, मामला दर्ज
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जागरण संवाददाता, अंबाला: कनाडा भेजने के नाम पर जालसाजों ने अंबाला शहर के रहने वाले अरुण भवानी से 11 लाख रुपये की ठगी कर दी। कभी दिल्ली तो कभी मुंबई घुमाते रहे और आने-जाने का खर्च भी इन शातिरों ने लिया। अंबाला के सचिन और दिल्ली के आर्यन सैनी उर्फ दीपक कपूर ने यह पूरा खेल रचा और पीड़ित को इस तरह से जाल में फंसाया कि सरकारी मोहर लगे कागजात दिखाकर उनका विश्वास भी जीत लिया। इंडो-कैनेडियन मीट में जाने की बात कर यह ठगी की गई। अंबाला का रहने वाला सचिन अपनी पत्नी सहित फरार है, जबकि घर पर उसकी मां ही रह रही है। अंबाला कैंट सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
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यह है मामला
अरुण भवानी निवासी पुराना सिविल अस्पताल रोड अंबाला शहर ने बताया कि साल 2017 में उसने सचिन को फोन कर विदेश जाने की बात की थी। उसने मिलने को कहा तो वह उसके आफिस पहुंच गया। यहां पर आफिस बंद मिला तो उसने छावनी के इंदिरा चौक स्थित जनता स्वीट्स में मिलने के लिए बुलाया। यहां सचिन ने कनाडा जाने के लिए 20 लाख रुपये का खर्च बताया और बाद में दिल्ली के आर्यन सैनी से भी बात करवाई, जिसने खुद को कनाडा का नागरिक बताया। कुछ दिनों बाद सचिन का फोन आया कि एक बैच कनाडा जा रहा है और यदि अभी जाना है तो डेढ़ लाख रुपये तथा परिवार के पासपोर्ट व कागजात की कलर फोटोकापी भिजवा दो। कैश दे दिया और कागजात भी भेज दिए। इसके बाद फोन कर उसे परिवार सहित फाइल जमा करवाने के लिए दिल्ली बुलाया। यहां पर आर्यन सैनी से बातचीत हुई, जबकि एक अन्य व्यक्ति आया, जिसने कुछ खाली फार्मों पर साइन करवाए और चला गया। इस व्यक्ति ने कथित रूप से उनकी फाइल जमा करवाई और स्लिप बाद में मिलने की बात कही। इस दौरान उसने अपने वाट्सएप पर स्लिप व वीजा की फोटो मंगवाई। इसके साथ ही उसने दस लाख रुपये की डिमांड की। इस दौरान उसने डेढ़ लाख रुपये और दे दिए। बाद में शातिर ने दिल्ली आकर पासपोर्ट ले जाने को कहा। वह परिवार सहित दिल्ली पहुंचा। यहां सचिन को छह लाख रुपये और उनको पासपोर्ट दे दिया। इस पर मिनिस्ट्री आफ टूरिज्म के कागजात दिखाये और कहा कि इंडो-कैनेडियन मीट में देश के नुमाइंदे बनकर जा रहे हैं। साथ ही मिनिस्ट्री आफ लेबर के कागजातों पर मोहर लगी भी दिखाई। बाद में दिल्ली की बजाय मुंबई से फ्लाइट की बात कही और वे मुंबई पहुंच गए। यहां और कागजातों पर साइन करवाए। पीड़ित ने बताया कि 4 जनवरी 2018 को मुंबई एयरपोर्ट पर छोड़कर सचिन फरार हो गया। वे वापस अंबाला आ गए।
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ठग व उसकी पत्नी फरार
अंबाला में पहुंचकर उसने सचिन को फोन किया, जिसने कहा कि वह लोन करवा रहा है और उसके रुपये लौटा देगा। बाद में उसने फोन बंद कर दिया। जब वह उनके घर पहुंचा तो सचिन व उसकी पत्नी व मां ने कहा कि उन्हें खुद नहीं पता वह कहां पर है। बाद में उसकी पत्नी को फोन किया, तो वह भी बंद रहा। घर गए तो पता चला कि वह भी फरार है, जबकि उसकी मां ही घर पर मौजूद थी।
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रिश्तेदारों से कर्ज लिया था
पीड़ित अरुण भवानी ने बताया कि विदेश जाने की चाहत में उसने अपने रिश्तेदारों से कर्ज लिया था। यह राशि ब्याज पर ली थी। अब न तो रुपये ही मिल रहे हैं, जबकि आरोपित भी फरार हैं।