झुकने से ही पूर्णता मिलती है जीवन में : महामंडलेश्वर दयानंद
जयराम सेठी धर्मशाला में प्रवाहित ज्ञान गंगा के नवम दिवस पर रेणुका से आये महामण्डलेश्वर दयानंद भारती महाराज ने कहा कि आज पूर्णता का दिन है और पूर्ण कौन जो जीवन में झुकना जानता है जिसकी कथनी और करनी एक समान है। जिसका व्यवहार नम्र है। जिसके चित में लेश मात्र भी विकार नहीं। वही तो पूर्ण है। महाराज ने कहा कथा श्रवण का फल यही है कि आप स्वयं भी सद्विचार को ग्रहण करें और अपने परिवार जनों को भी यथासंभव सद्विचारों के द्वारा संस्कारित करे। आज का युग भौतिकता का है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : जयराम सेठी धर्मशाला में प्रवाहित ज्ञान गंगा के नवम दिवस पर रेणुका से आये महामण्डलेश्वर दयानंद भारती महाराज ने कहा कि आज पूर्णता का दिन है और पूर्ण कौन जो जीवन में झुकना जानता है जिसकी कथनी और करनी एक समान है। जिसका व्यवहार नम्र है। जिसके चित में लेश मात्र भी विकार नहीं। वही तो पूर्ण है। महाराज ने कहा कथा श्रवण का फल यही है कि आप स्वयं भी सद्विचार को ग्रहण करें और अपने परिवार जनों को भी यथासंभव सद्विचारों के द्वारा संस्कारित करे। आज का युग भौतिकता का है। हम चाहे कितने ही धनाढ्य परिवार से क्यों ना हो। हमारा संपर्क चाहे बड़े से बड़े व्यक्तित्व से क्यों ना रहा हो। चाहे हम स्वयं भी धन कुबेर क्यों ना बन जाए अगर हमारी संतान को हम उनके जीवन मे संस्कार ना दे पाए तो हम से बढ़कर कोई और निर्धन एवं अभागा प्राणी नहीं है संसार में। इसलिए अपने बच्चों को अच्छे से अच्छे विद्यालय मे पढाओ जरूर, मगर उन्हें बुजुर्गो का आदर करना भी सिखाओ। परिवार में यदि कोई छोटा गलती भी करे उसे प्यार से समझाने का प्रयास कर के तो देखें। जहा तक संभव हो सके संयुक्त परिवार में रहे। महाराज ने कहा भले ही आप हर रोज मन्दिर में जाए, परंतु एक पल के लिए मन मंदिर में भी झांकने का प्रयास निरंतर जारी रखे। एक दूसरे की खुशी को बांटने की कोशिश करे, ईष्र्या नहीं। कोई कमजोर है तो उसे सहारा दे। ग्रहस्थ धर्म में रहकर भी भगवान मिल जाते हैं उन्हें पाने के लिए जंगलों में जाने की भी आवश्यकता नहीं। बस अपने भाव को पवित्र बनाये। इस दौरान चरणजीत मौहडी, रशिम जंडली, योगेश गुप्ता, पीयूष गुप्ता, नीतिका गुप्ता, नीना गुप्ता, रमेश गुप्ता, दीपचंद गुप्ता, रजनीश जंडली, बृज भूषण गोयल, कपिल गोयल, राजेश गोयल, पुरुषोत्तम मौहडी, हरनेक मोहडी, कृष्ण बलदेव ने महाराज से आशीर्वाद लिया।