एक्सरे करवाने के लिए 3.5 घंटे तड़पते रहे मरीज, टपकती रही एसएनसीयू की छतें
किसी की बाजू टूटी है तो कोई किसी की बाजू टूटी है तो कोई अपनी टूटी टांग का एक्सरे करवाने की आस में खड़ा है। डॉ. भी है रेडियोग्राफर भी है और मशीन भी चालू हालत में है। लेकिन नहीं है तो सिर्फ बिजली। अलबत्ता सारे काम अटके पड़े हैं। ओपीडी में ज्यादातर कमरों में डाक्टर अपनी सीटों से नदारद हैं क्योंकि न तो बिजली है न ही उनकी इस समय कोई मॉनीटि¨रग करने वाला। कुछ ऐसे ही हालत हैं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के जिला नागरिक अस्पताल के। सोमवार सुबह 10 बजे का यह नजारा देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस अस्पताल की ¨प्रसिपल मेडिकल अधिकारी डॉक्टर पूनम जैन मरीजों के प्रति कितनी हमदर्द हैं। टीम जागरण ने इस सारी स्थिति को देखते हुए पीएमओ डॉ. पूनम जैन से संपर्क साधने का प्रयास किया। उनके फोन पर घंटी बजती रही लेकिन वह अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने के लिए बचती रही।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर
किसी की बाजू टूटी है तो कोई अपनी टूटी टांग का एक्सरे करवाने की आस में खड़ा है। डॉ. भी है रेडियोग्राफर भी है और मशीन भी चालू हालत में है। लेकिन नहीं है तो सिर्फ बिजली। अलबत्ता सारे काम अटके पड़े हैं। ओपीडी में ज्यादातर कमरों में डाक्टर अपनी सीटों से नदारद हैं क्योंकि न तो बिजली है न ही उनकी इस समय कोई मॉनीटि¨रग करने वाला। कुछ ऐसे ही हालत हैं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के जिला नागरिक अस्पताल के। सोमवार सुबह 10 बजे का यह नजारा देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस अस्पताल की ¨प्रसिपल मेडिकल अधिकारी डॉक्टर पूनम जैन मरीजों के प्रति कितनी हमदर्द हैं। टीम जागरण ने इस सारी स्थिति को देखते हुए पीएमओ डॉ. पूनम जैन से संपर्क साधने का प्रयास किया। उनके फोन पर घंटी बजती रही लेकिन वह अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने के लिए बचती रही।
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7 बजे से 11:35 तक नहीं आई बिजली
सुबह सात बजे से 11 बजकर 35 मिनट तक जिला नागरिक अस्पताल में बिजली नहीं आई। हालांकि सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट, ट्रामा सेंटर में जनरेटर से काम चलाया गया। इसके अलावा कुछ कमरों में इनवर्टर से काम चला लेकिन ज्यादातर ओपीडी और एक्सरे रूम में अंधेरा ही रहा। यही स्थिति टीकाकरण और पट्टी रूम की रही। 11-35 मिनट पर लाइट आने के बाद ही मरीजों के एक्सरे हुए तब तक मरीज तड़पते रहे।
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सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट में होती रही टपक-टपक
बरसात के चलते जिला नागरिक अस्पताल में दूसरी मंजिल पर बनाए गए सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट के हालात यह थे कि यहां पर प्रवेश करते ही दरवाजे पर पानी टप-टप कर रहा है। आगे जागकर कमरों का जायजा लिया गया तो बच्चे शीशों में पड़े हैं और तीन अलग-अलग जगह से सीलन यहां पहुंच गए हैं। हालांकि यहां पानी अभी टपकना शुरू नहीं हुआ था लेकिन ऐसा लग रहा था कि यदि आज बरसात नहीं रूकी तो शीशों पर पड़े नवजातों पर पानी टपकना तय है। इसी ¨वग में डॉ. अर्ल गगनज्योत बैठे हैं उनके पास भी पानी छत से टपक रहा है। बातचीत में डॉ. अर्ल ने बताया कि उन्होंने प्लंबर को सूचित कर दिया है।
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15, 18, 19 में नहीं थे डॉ.
सुबह 10 बजे न तो कमरा नंबर 15 में डाक्टर था न ही 18 और 19 में हालांकि लॉक किसी कमरे का नहीं लगा था बस उन्हें कुंडा लगाकर बाहर की ओर से बंद किया गया था। इसी तरह फिजिशियन रूम में भी अभी तक डॉ. नहीं आई हैं मरीज उनके आने की प्रतीक्षा में कुर्सियों पर बैठे सो रहे हैं।
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फोटो: 15
मैं राजपुरा से यहां आया हूं। मेरी कमर में दर्द है। सुबह साढ़े सात बजे आ गया था ताकि जल्दी नंबर पड़ जाए और दवाई लेकर घर जल्दी आ जाऊं। लेकिन यहां आकर पता चला कि लाइट ही नहीं है। इसीलिए ढाई घंटे से लाइट आने की प्रतीक्षा कर रहा हूं।
रघुबीर, राजपुरा।
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फोटो: 16
मेरी कमर में दर्द है। डाक्टर को तो दिखा लिया है। लेकिन डाक्टर ने एक्सरे लिखा है उसी के बाद वह दवाई देंगे। एक्सरे तभी होंगे जब लाइट आएगी। इसीलिए लाइट आने की प्रतीक्षा कर रही हूं।
रीना रानी, अंबाला शहर।
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फोटो: 17
मेरा हाथ टूटा हुआ है। दर्द से जान निकलने को है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। लाइट नहीं है तो जनरेटर की व्यवस्था करनी चाहिए। सुबह सात बजे से यहां आई हुई हूं लेकिन कोई नहीं सुन रहा।
निर्मला, बलदेव नगर।
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फोटो: 18
मेरी गर्दन और हाथ में दर्द चल रहा है। परसों भी मैं आई थी लेकिन दोपहर एक बज गया था इसीलिए एक्सरे नहीं हो सके थे। आज इसीलिए सवा सात बजे आ गई थी। लेकिन लाइट ही नहीं है इसीलिए एक्सरे नहीं हो रहे।
जगरी कौर,रामनगर।
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फोटो: 19
मेरी टांग में दिक्कत है। उसी का एक्सरे करवाने के लिए आया हूं लेकिन बज तक बिजली नहीं आती एक्सरे कैसे होगा। सरकार कांग्रेस की हो या बीजेपी वालों की जनता से किसी को वास्ता नहीं है।
रामपाल, सैनी माजरा।
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फोटो: 20
क्या करें सरकारी अस्पताल में आकर कोई सुनने वाला तो हैं नहीं यहां। सुबह मैं सबसे पहले आ गया था लेकिन अब लाइट कब आएगी पता ही नहीं। यहां न जनरेटर की व्यवस्था है न यहां मंत्री आकर देखते। इसीलिए हर कोई मनमर्जी चला रहा है। क्योंकि सरकारी है न।
सुशील कुमार, बब्याल।
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फोटो: 21
पहले भी एक्सीडेंट हुआ था तो यहीं से इलाज करवाया था। अब हिसार में एक्सीडेंट हुआ था। यहां सभी सुविधाएं सरकारी अस्पताल में हैं इसीलिए यहीं आए थे लेकिन आज सुबह से एक्सरे करवाने के लिए खड़े हैं लाइट नहीं है।
मोहन लाल, थड़ौली कुरुक्षेत्र।