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हामी भरने के बाद भी बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे अभिभावक

9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के स्कूल आने की रफ्तार दूसरे दिन भी कम रही। मंगलवार को जिले भर में करीब 850 बचे ही स्कूल पहुंचे। इससे पहले हुई पीटीएम में शिक्षकों ने अभिभावकों से पूछा था कि क्या वे बचों को स्कूल भेजेंगे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 05:49 AM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 05:49 AM (IST)
हामी भरने के बाद भी बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे अभिभावक
हामी भरने के बाद भी बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे अभिभावक

जागरण संवाददाता, अंबाला : 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के स्कूल आने की रफ्तार दूसरे दिन भी कम रही। मंगलवार को जिले भर में करीब 850 बच्चे ही स्कूल पहुंचे। इससे पहले हुई पीटीएम में शिक्षकों ने अभिभावकों से पूछा था कि क्या वे बच्चों को स्कूल भेजेंगे। इस पर काफी संख्या में अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने की हामी भरी थी, लेकिन अभी अभिभावक भी बच्चों को डाउट क्लासों में भेजने से कतरा रहे हैं। शिक्षा विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ेगी। दो दिनों में ही बच्चों की संख्या में अच्छा खासा इजाफा भी देखने को मिला है।

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उल्लेखनीय है कि 21 सितंबर से सरकार ने स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को अपनी शंकाएं दूर करने के लिए आने की इजाजत दी थी। इसके लिए जारी गाइडलाइन के तहत ही सोमवार और मंगलवार को बच्चों को स्कूल आने दिया गया। सोमवार को जहां करीब 600 विद्यार्थी स्कूलों में पहुंचे, वहीं मंगलवार को यह संख्या बढ़कर करीब 850 तक हो चुकी है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ेगी।

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वर्जन

हां, यह सही है कि बच्चों की संख्या कम है, लेकिन आने वाले दिनों में यह और बढ़ जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में तो काफी बच्चे स्कूल पहुंचे हैं, जबकि शहरी क्षेत्रों के स्कूलों में आने वाले बच्चों की संख्या कम है।

- सुरेश कुमार, डीईओ अंबाला


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