पंचायती जमीन पर कब्जा, सरपंच से लेकर एसडीएम ने खड़े किए हाथ
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर पंचायती भूमि पर कब्जा कर उसमें मिट्टी का भराव किया जा रहा
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर
पंचायती भूमि पर कब्जा कर उसमें मिट्टी का भराव किया जा रहा है। इस पूरे मामले की शिकायत ग्राम सरपंच से लेकर एसडीएम तक हो चुकी है, लेकिन सभी ने अपने हाथ खड़े कर दिए। सभी का कहना है कि यह जमीन लाल डोरे में आती है और इसका कोई खसरा नंबर नहीं है। मामला अंबाला शहर से सटे गांव बलाना की शामलात पंचायती जमीन से जुड़ा है। इस मामले में गांव की ही फूलवती ने सरपंच लाभ ¨सह और एसडीएम को लिखित रूप से शिकायत 26 दिसंबर 2018 को दी थी लेकिन आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। फूलवती के आरोप हैं कि उसके घर के पीछे पंचायत जगह जोकि पूरे समय में सामूहिक शौचालय के प्रयोग में लाई जाती थी उस जमीन पर उसके घर की खिड़की खुलती है। इस मामले में विभिन्न केस कोर्ट में हुए जिसमें उसे जीत मिली। एक मामला अभी भी कोर्ट में चल रहा है और उसमें कोर्ट ने स्टे ऑर्डर जारी किए हुए हैं। बावजूद इसके गांव के ही एक विरोधी पक्ष ने इस जमीन पर 23 दिसंबर को मिट्टी भरत शुरू करवा दी।
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इन केसों में मिली जीत
एसडीएम को दी शिकायत में पीड़िता ने आरोप लगाया कि अमीचंद बनाम माम चंद केस में 21 मार्च 2016 को उनके हक में फैसला आया था। इसके बाद इसी मामले में 3 नवंबर 2016 को फिर से कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया। अब तीसरा केस डेरा बाबा समाध वाला बनाम करम ¨सह एंड अदर्स बनाम माम चंद चल रहा है। इस मामले में कोर्ट ने स्टे आर्डर जारी किए हुए हैं। आरोप हैं कि इसी की आड़ में उसके घर का जिस तरफ दरवाजा खुलता है उस रास्ते को पक्का करवाने के लिए प्रार्थना पत्र लिखते हैं तो अधिकारी कह देते हैं कि यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है जबकि कोर्ट में दूसरा मामला चल रहा है।
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मामला लंबे समय से चल रहा है। यह जमीन लाल डोरे में आती है और इसका कोई खसरा नंबर नहीं है। हमने शिकायतकर्ता से कहा कि वह खसरा नंबर उपलब्ध करा दें। हम इसे खाली करा देंगे, लेकिन वह खसरा नंबर भी नहीं दे पाए हैं। बीडीपीओ के पास भी यह केस जा चुका है।
लाभ ¨सह, सरपंच।