महिला ही नहीं पुरुषों को भी दिलवाया हक
महिला हो या पुरुष यह नहीं देखा बस जो जिसे हक मिलना चाहिए था दिलवाया गया। यह कहना है सदस्य हरियाणा राज्य महिला आयोग नम्रता गौड़ का।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : महिला हो या पुरुष यह नहीं देखा, बस जो जिसे हक मिलना चाहिए था दिलवाया गया। यह कहना है सदस्य हरियाणा राज्य महिला आयोग नम्रता गौड़ का। उन्होंने बताया कि महिला आयोग की सदस्य रहते हुए सभी को सम्मान हक दिलवाने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम में एक महिला के ही खिलाफ एफआइआर करवायी थी। क्योंकि गुरुग्राम की एक महिला ने अपने पति को परेशान करने के लिये उस पर झूठे आरोप लगा दिये थे। इसके बाद उन्होंने मामले की गहनता से जांच की तो पाया कि पति ही पीड़ित था। इसके बाद ही कार्रवाई की गई थी।
एक और मामले में एक बुजुर्ग सिविल अस्पताल के बाहर सल्फास की गोलियां लेकर बैठा था। उसके परिवार वालों ने उसे घर से बाहर निकाल दिया था। उन्होंने यह नहीं देखा कि वह पुरुष है। इसके बाद उसे घर पहुंचवाया गया था। इसके अलावा एक अन्य मामले में मां ने अपनी अविवाहित बेटी को निकाल दिया था, जबकि उसका संपत्ति पर पूरा अधिकार था। इसके बाद उसकी अन्य बहनों के पास उसकी व्यवस्था करवायी गई। वृद्धा आश्रम, शेल्टर होम की भी लॉकडाउन के दौरान जांच की गई थी कि कहीं महिलाओं को कोई परेशानी तो नहीं हो रही। वृद्धा आश्रम में सैनिटाइज तक करवाया था। कोविड में 80 वर्षीय वृद्धा काम नहीं कर पा रही थी तो उसे भी सर्वेट उपलब्ध करवाई थी।