बस स्टैंड पर दस करोड़ खर्च, न पीने का पानी न शौचालय
शहर के बस स्टैंड को करीबन 18 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है। इस पर अब तक दस करोड़ रुपये खर्च भी हो चुके हैं लेकिन बस स्टैंड पर पीने तक का पानी नहीं मिल रहा है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर
शहर के बस स्टैंड को करीबन 18 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है। इस पर अब तक दस करोड़ रुपये खर्च भी हो चुके हैं लेकिन बस स्टैंड पर पीने तक का पानी नहीं मिल रहा है। इतना ही नहीं बस स्टैंड पर शौचालय तक भी तैयार नहीं किया गया। हालांकि समस्या बढ़ने पर प्रशासन जागा और शौचालय के लिये मोबाइल टॉयलेट पहुंचाई गई लेकिन इसकी भी 15-15 दिन तक सफाई नहीं की जा रही। इस कारण यात्रियों को इसका इस्तेमाल करना तो दूर पास से भी गुजरना मुश्किल हो गया है।
बता दें कि सालों बाद अंबाला शहर में बस स्टैंड की यात्रियों को सौगात मिल रही है। उसके बावजूद यात्रियों को मारे-मारे घूमना पड़ रहा है। यात्रियों को पहले तो बस से बस स्टैंड पहुंचने में जाम से जूझना पड़ता है। यदि पहुंच जाते हैं तो तो परेशानी है। यात्रियों की माने तो उन्हें बाजार में भी शौचालय की सुविधा नहीं मिलती। अब दुकानदारों के शौचालय जाने में भी हिचकिचाहट रहती है। फोटो - 31
यात्री सोनू ने बताया कि बस स्टैंड को काफी बड़े स्तर पर बनाया जा रहा है। परंतु अभी यात्रियों के लिये कोई सुविधा नहीं है। जब पानी की प्यास लगती है तो दुकान से खरीदकर ही पीना पड़ता है। ऐसा ही कुछ हाल शौचालय का है। खैर पुरुष तो कहीं ओर भी चले जाते हैं। लेकिन महिलाओं और छात्राओं के लिये यह बड़ी चुनौती बराबर हो रहा है। जबकि गांवों और दूर दराज से पहुंचने वाली छात्राओं को बहुत मुश्किल होती है।