एंकर.. नेकी की दीवार दस रुपये में भर रहा जरूरतमंदों के पेट
शहर में नेकी की दीवार से जरूरतमंदों को दस रुपये में पेट भर भोजन मिलता है। यहां पर रोजाना करीब 150 से 200 लोग भोजन करते हैं।
कपिल कुमार, अंबाला शहर
शहर में नेकी की दीवार से जरूरतमंदों को दस रुपये में पेट भर भोजन मिलता है। यहां पर रोजाना करीब 150 से 200 लोग भोजन करते हैं। परोपकार सेवा समिति ने शहर और कैंट में करीब नौ कैंटीन बना रखी है। यहां पर हर सप्ताह मीनू के हिसाब से लोगों को भोजन मिलता है। लॉकडाउन में रोजाना गरीबों को मुफ्त में भोजन वितरण किया जा चुका है।
मालूम हो कि परोपकार सेवा समिति संस्था ने 2017 में नेकी की दीवार की शुरुआत की थी। संस्था ने सबसे पहले पटेल रोड पर एक कैंटीन की शुरुआत की। यहां पर लोगों को दस रुपये में भोजन दिए जाता है। इसके बाद संस्था ने क्षय रोग अस्पताल, कपड़ा मार्केट, अनाज मंडी, नहान हाउस, पटेल रोड, बलदेव नगर, रेलवे रोड, कैंट के वैष्णो देवी मंदिर आदि पर कैंटीन खुली है। यहां पर सुबह से ही जरूरतमंद भोजन के लिए पहुंचते हैं। इसमें पटेल रोड की कैंटीन से सभी कैंटीन में भोजन सप्लाई की जाती है। यहां रोटी बनाने के लिए 18 महिलाएं लगी हैं। इन महिलाओं को हर महीने वेतन दिया जाता है। संस्था ने करीब 30 से 35 कर्मियों को रोजगार भी दिया है। संस्था के जसविदर सिंह ने बताया कि संस्था को शुरुआत में मेंबर बनाने में थोड़ी दिक्कत हुई, लेकिन बाद में धीरे-धीरे मेंबर बढ़ने लगे। वर्तमान में संस्था के करीब 80 सदस्य हैं, जो सहयोग करते हैं।
--------------------
इस तरह से मिली प्ररेणा
संस्था के जसविदर सिंह ने बताया कि वह एक बार पीजीआइ चंडीगढ़ गए थे। यहां पर एक वैन में कुछ लोग भोजन लेकर आए और गरीबों के बीच बांटे। इस दौरान मैं सबकुछ खड़ा होकर देख रहा था। यहीं से मेरे मन में सेवा भाव की भावना जागृत हुई। हम लोगों ने सभी के लिए दस रुपये में भोजन देने की शुरुआत की है।
------------------------------ लॉकडाउन में गरीबों मुफ्त भोजन वितरण किया
लॉकडाउन में संस्था की पटेल रोड कैंटीन से गरीबों के बीच फ्री भोजन वितरण किया। जसविंदर सिंह ने बताया कि कैंटीन में सात दिन के लिए मीनू चार्ट भी है। इसमें सोमवार को कढ़ी-चावल और रोटी, मंगलवार को आलू-छोले, रोटी, बुधवार को दाल-चावल-रोटी, वीरवार को कढ़ी-चावल, रोटी, शुक्रवार को आलू -छोले, रोटी, शनिवार को दाल-चावल रोटी और रविवार को आलू सब्जी रोटी खाने में देते हैं।