रेहड़ी-फड़ी वालों को उजाड़ने पर तुला नगर निगम : ओंकार ¨सह
रेहड़ी-फड़ी बा•ार में हर सोमवार नगर निगम नया ड्रामा करता है जिससे बा•ार में अनिश्चितता का माहौल बना रहता है। जिसका अंतत: प्रभाव यह होगा कि बाजार की विश्वसनीयता खत्म हो जाएगी और छोटे व्यापारी छावनी छोड़कर कहीं अन्य जगह अपने रोजी-रोटी कमाने लग जाएंगे।
जागरण संवाददाता, अंबाला : रेहड़ी-फड़ी बा•ार में हर सोमवार नगर निगम नया ड्रामा करता है जिससे बा•ार में अनिश्चितता का माहौल बना रहता है। जिसका अंतत: प्रभाव यह होगा कि बाजार की विश्वसनीयता खत्म हो जाएगी और छोटे व्यापारी छावनी छोड़कर कहीं अन्य जगह अपने रोजी-रोटी कमाने लग जाएंगे। यह बात इनेलो व्यपार मंडल के जिलाध्यक्ष ओंकार ¨सह ने
सोमवार मंडे मार्केट में कही। ¨सह ने कहा निगम की कार्रवाई से लगता है कि वह इन्हें उजाड़ कर ही दम लेगा। आलम यह है कि रेहड़ी-फड़ी वाले डर के माहौल मैं व्यापार कर रहे हैं कि ना जाने अब निगम वाले कोन सा नियम बना कर उन्हें प्रताडि़त करने आ जाए। व्यवस्था के नाम पर बाजार में नगर निगम बिल्कुल फेल साबित हुआ है, अगर एक छोटा सा बा•ार नगर निगम से व्यवस्थित नहीं हो पाता तो अन्य कार्यों में ये कैसे कामयाब होंगे। बा•ारों में रेहड़ी-फड़ी लगाना संविधान के अनुच्छेद 21 में प्रदत्त मूलभूत अधिकार है जिसे वर्ष 1991 में ही सर्वोच्च न्यायालय ने मान्यता दे दी थी।