सांसद कटारिया और मंत्री विज में खिंची तलवारें, सीएम विंडो तक पहुंची शिकायत
हरियाणा के मंत्री अनिल विज एकर बार फिर हासिये पर है। हालांकि दोनों दिग्गजों नेताओं के बीच नाराजगी का कारण स्पष्ट नहीं है। लेकिन कटारिया ने कहा कि ‘राजनीति मेंनफरत की एक सीमा होनी चाहिए।’
अंबाला, [दीपक बहल]। भाजपा के ही दो दिग्गज नेता स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज और सांसद रतन लाल कटारिया के बीच तलवारें खींचती नजर आ रही हैं। पार्टी कार्यक्रम में भले ही मंच पर एक साथ विराजमान हों लेकिन इनके बीच दूरियां साफ नजर आती हैं। विज ने पार्टी के सांसद के खिलाफ बयान देकर राजनीति गरमा दी है। इसके बावजूद कटारिया न केवल विज के खिलाफ किसी प्रकार की बयानबाजी से बच रहे हैं, बल्कि वह खुले तौर पर बोल रहे हैं ‘आई लव अनिल विज।’
दोनों दिग्गज नेताओं के बीच नाराजगी के कारणों से पर्दा तो नहीं उठ सका है, लेकिन कटारिया ने बातों-बातों में यह जिक्र कर दिया है कि ‘राजनीति में भी नफरत की एक सीमा होनी चाहिए।’ जानकारी के मुताबिक भाजपा से ही जुड़े रवि चौधरी ने सीएम विंडो पर शिकायत कर सांसद पर स्वास्थ्य मंत्री के विधानसभा क्षेत्र पर बजट न खर्च करने का आरोप लगाया है।
यह भी पढ़ें : आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर प्रॉपर्टी डीलर से साढे 24 लाख रुपये लूटे
शिकायत में कहा गया है कि केंद्र में मोदी सरकार को तीन साल हो चुके हैं, लेकिन कटारिया सरकारी कार्यक्रमों से दूरियां बना रहे हैं और कार्यकर्ताओं में रोष है। इस शिकायत के बाद अनिल विज ने भी कटारिया के खिलाफ टिप्पणी करते हुए कार्यकर्ताओं का साथ दे दिया।
विज ने कहा है कि कार्यकर्ताओं ने ठीक बात कही है। जबसे कटारिया चुनाव जीते हैं, पार्टी के किसी कार्यक्रम में नजर नहीं आए। किसी कार्यकर्ता के सुख और दुख में नजर नहीं आए। कार्यकर्ता ने सीएम विंडो पर शिकायत कर मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह सब लाने के लिए ऐसा किया है।
यह भी पढ़ें: हरियाणा सरकार ने जीएसटी की बाधाएं दूर करने को बनाए 12 कार्य समूह
विज ने कहा कि पंजोखरा में गरनाला में शहीद गुरसेवक के शहीद होने पर 11 लाख रुपयों की घोषणा की थी लेकिन पैसा आज तक नहीं आया। कार्यकर्ताओं ने कटारिया को चुनाव जीताने के लिए बहुत मेहनत की थी इसीलिए उनमें रोष है। जहां सरकार की तीन साल की उपलब्धियां गिनाई जा रही हैं, वहीं कटारिया कार्यकर्ताओं से दूरियां बना रहे हैं। कार्यकर्ता जब घर-घर गए तो लोगों ने पूछा कि कटारिया कहां है। इससे कार्यकर्ताओं को शर्मिंदगी उठानी पड़ी।
लोकसभा व विधानसभा चुनाव में इसका असर पड़ेगा, चुनाव में नया उम्मीदवार उतारा जाएगा या फिर नहीं, इस पर विज ने कहा कि यह फैसला हाईकमान को लेना है। विज ने कहा कि वह मुख्यमंत्री से इस मामले में बात करेंगे।
यह भी पढ़ें: युवक के साथ भाग गई पत्नी, पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो किसान ने दी जान
वहीं कटारिया का कहना है कि छावनी विधानसभा क्षेत्र में एमपी फंड से 70-80 लाख रुपये जा चुके हैं। अंबाला विधानसभा क्षेत्र में नौ विधानसभा क्षेत्र हैं और पांच साल में 25 करोड़ मिलेंगे। हर विस क्षेत्र के हिस्से पौने तीन करोड़ रुपये आते हैं। आदरणीय मंत्री मुङो साथ लेकर चलें और ये रकम वह अपने हाथ से बांट दें। जहां-जहां वह खर्च करना चाहते हैं खर्च कर दें। पार्टी के कार्यकर्ता भगवान हैं। उनके लिए जीता हूं, उन्हीं के लिए मरता हूं। कटारिया ने कहा कि विज साहब बुलाएं तो मैं खींचा चला जाऊंगा। अगर किसी को रोष भी है तो वह पार्टी के दफ्तर में बैठकर जो भी भला-बुरा कहेंगे मैं सुनने के लिए तैयार हूं।
शहीद गुरसेवक के लिए जो फंड का ऐलान किया था उस पर पंचायत यह नहीं बता रही कि कहां खर्च करे। विज के बारे में कहा, ‘तुम अगर कटारिया को नहीं चाहो तो कोई बात नहीं, अगर तुम एक विचार को न चाहोगे तो मुश्किल होगी।’ मैं तो जब भी वो बुलाएं जाने के लिए तैयार हूं।
यह भी पढ़ें: आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर प्रॉपर्टी डीलर से साढे 24 लाख रुपये लूटे