डेंगू वार्ड में ही काट रहे मच्छर, हरकत में आया प्रशासन
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : जिले में बुधवार तक डेंगू के 47 मामले सामने आ चुके हैं। ट्र
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : जिले में बुधवार तक डेंगू के 47 मामले सामने आ चुके हैं। ट्रामा सेंटर स्थित डेंगू वार्ड मरीजों से भरा पड़ा है। व्यवस्था देखिये कि डेंगू वार्ड में ही मरीजों को मच्छर काट रहे हैं। यहां एग्जॉस्ट पंखों बाहर जाली तक नहीं है और अंधेरा होते ही मच्छर काटने लगते हैं। वार्ड में 18 मरीज दाखिल है और प्रत्येक मरीज के साथ कम से कम एक तीमारदार भी है। ऐसे में कुल 36 लोगों के लिए महज एक शौचालय है जिसकी सफाई सुबह एक बार होती है। शौचालय से उठती दुर्गंध से पूरा वार्ड बीमार है। तीमारदार व मरीज यहां जाने के बजाय नीचे ट्रामा सेंटर के शौचालयों में जाने को मजबूर हैं। वहीं, स्टाफ यह कहकर पल्ला झाड़ रहा है कि आउटसोर्सिंग के तहत लगते सफाई कर्मचारी उनकी सुनते ही नहीं हैं। यह पूरा मामला जब अस्पताल के ¨प्रसिपल मेडिकल आफिसर व सिविल सर्जन के संज्ञान में लाया गया तो अधिकारी हरकत में आए। पीएमओ मलकीत ¨सह ने वार्ड का दौरा कर दिशा निर्देश दिए। वहीं, सिविल सर्जन ने इस मामले में पीएमओ से वार्ड को सुव्यवस्थित करने व कर्मियों पर सख्ती से काम लेने को लेकर बात की।
वार्ड में हालात ऐसे हैं कि कहीं साफ सफाई दिखाई नहीं दे रही थी। दो शौचालयों में से एक शौचालय में निर्माण चल रहा था। वार्ड में न कहीं मच्छरदानी का प्रबंध था और न ही आलआउट लगाया गया। वार्ड में पहुंचे पीएमओ को तीमारदारों ने बताया कि दिन में एक बार सफाई होती है और मच्छर काट रहे हैं। शौचालय की सफाई नहीं होने से बदबू असहनीय है और लोग वार्ड से निकल ट्रामा सेंटर के शौचालयों का इस्तेमाल करना पड़ता है। वहीं, पीएमओ ने इस मौके पर स्टाफ से भी पूछ पड़ताल कर त्वरित सुधार के निर्देश दिए।
इस प्रकार कम हुए मलेरिया के मामले
साल केस
2012 561
2013 485
2014 79
2015 112
2016 81
2017- 35
2018 अब तक 05 डेंगू के मामले
2013 67
2014 10
2015 552
2016 580
2017 325
2018 अब तक 47 फोटो- 11
डेंगू वार्ड में हालात सुधारे जाएंगे
जिला नागरिक अस्पताल के ¨प्रसिपल मेडिकल आफिसर मलकीत ¨सह ने कहा कि अस्पताल में स्टाफ की कमी है लेकिन मौजूद स्टाफ को हिदायत दी गई ताकि दोबारा कोई शिकायत सुनने को न मिले। मरीजों को मच्छरदानी उपलब्ध कराई जाएगी। शौचालय में सफाई व्यवस्था सुधारी जाएगी और आउटसोर्सिंग कर्मचारी भी उनके अधीन ही आते हैं। एगजॉस्ट पर जाली लगवाई जाएगी। फोटो- 12
डेंगू व मलेरिया के केस पिछले साल के मुकाबले कम
सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने बताया कि पिछले साल की तुलना में मामले कम आए हैं। जहां मामले सामने आ रहे हैं वहां जागरूकता के साथ साथ जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। डेंगू वार्डो में अगर कहीं कोई दिक्कत है तो बारीकी से सुधार के लिए कहा गया है। पीएमओ को बताया गया है कि जो कर्मचारी काम नहीं कर रहा है उसके लिए नो वर्क नो पे का फार्मूला अपनाया जाए।