अंबाला में मानसिक रूप से अस्वस्थ किशोरी को लोहे की बेड़ियों से बांधा, जांच में जुटी पुलिस
अंबाला में एक मानसिक रूप से अस्वस्थ किशोरी को उसके परिवार द्वारा लोहे की बेड़ियों से बांधकर रखने का मामला सामने आया है। सूचना मिलने पर पुलिस ने किशोरी को मुक्त कराया और जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने मानसिक स्वास्थ्य के प्रति समाज के रवैये पर सवाल उठाए हैं। एनजीओ और सरकारी एजेंसियां किशोरी की मदद के लिए आगे आई हैं।

लोहे की जंजीरों और ताले से बांध रखा (FILE PHOTO)
जासं, अंबाला। मानसिक रूप से अस्वस्थ 16 वर्षीय किशोरी को उसके परिवार वालों ने लोहे की जंजीरों और ताले से बांध रखा है। किशोरी के बार-बार घर से लापता हो जाने और उसकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शहर की एक कालोनी में रहने वाले प्रवासी परिवार को यह कदम उठाना पड़ा था।
किशोरी को करीब एक साल से बेड़ियों से बांधकर रखा जा रहा है, जिसके कारण उसके पैरों पर गहरे निशान बन गए हैं। किशोरी की इस दयनीय स्थिति की सूचना मिलने पर शहर की सामाजिक संस्था वंदे मातरम् दल ने पहल की। उन्होंने बच्ची को रेस्क्यू करने के लिए लुधियाना की संस्था मनुख्ता दी सेवा सब तो वड्डी सेवा सोसाइटी से संपर्क किया।
वंदे मातरम् दल के संस्थापक भरत सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि परिवार एक मानसिक रूप से बीमार किशोरी को बेड़ियों से बांधकर रखता है। किशोरी के साथ कई बार अशोभनीय व्यवहार भी हो चुका था।
भरत सिंह के अनुसार, जब वह नौ साल की थी तो तीसरी मंजिल से गिर गई थी, जिससे उसके सिर पर गहरी चोट लगी और उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया था।
लोहे की जंजीरों से जकड़े गए किशोरी के पैर। जागरण

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