11 माह में दम तोड़ गया मेक इन इंडिया चौक
शहर के कचहरी चौक यानि भगवान श्री विश्वकर्मा मेक इन इंडिया चौक को महज 1
अवतार चहल, अंबाला शहर: शहर के कचहरी चौक यानि भगवान श्री विश्वकर्मा मेक इन इंडिया चौक को महज 18 दिन में तैयार कर दिया गया था। यह चौक उद्घाटन के 11 माह में ही दम तोड़ गया। जबकि इस चौक पर करीब 17 लाख रुपये की लागत आयी थी। इस चौक पर इतनी अधिक राशि न लगाए जाने को लेकर आरोप भी लगे हैं। यहां तक कि घटिया सामग्री का आरोप भी लगा है। अब चौक को तोड़ना भी शुरू कर दिया गया है।
विधायक असीम गोयल ने 8 नवंबर 2018 को भगवान श्री विश्वकर्मा मेक इन इंडिया चौक का उद्घाटन किया था। यह चौक भगवान विश्वकर्मा के सम्मान में बनाया था, जो प्रदेश में ऐसा पहला चौक बनाया गया था। इस चौक की मांग समाज के लोगों द्वारा काफी समय से की जा रही थी। लेकिन अब लगाए गए शेर को भी हटा दिया गया, जो उसकी तोड़फोड़ जारी है। मामले में नगर निगम के एमई संदीप राज से संपर्क नहीं हो सका। शेर और भगवान विश्वकर्मा के प्रतीक चिह्न हथोड़ा और छैनी किए थे स्थापित
इस चौक का निर्माण बड़ी तेजी से किया गया था, महज 18 दिनों में इस चौक को बनाया गया था। इसके अलावा चौक पर आकर्षक लाईटें भी लगायी गई थी। मेक इन इंडिया के तहत चौक पर शेर का चिह्न व भगवान विश्वकर्मा के प्रतीक चिह्न हथोड़ा व छैनी भी स्थापित किए गए थे। इसकी समाज के लोगों ने काफी सराहना भी की थी। दो लाख रुपये का काम भी नहीं हुआ है। भगवान विश्वकर्मी की फोटो लगनी चाहिए। पत्थर की टाइलें उखड़कर गिर रही। हम धीमान बिरादरी से हैं और हमारा खुद का टेक्निकल काम है। उनके ही चौक का सत्यानाश कर दिया गया। मिलीभगत करके चौक का टेंडर किया ओर रेट बढ़वाया गया। चौक पर ईट और सरिये लगा हो तो भी खर्च मानते। बिना टेक्निकल को चौक का टेंडर दे दिया गया। पार्टी के हित की बात करता हूं कि यह काम गलत किया गया है। जो विश्वकर्मा दुनिया में निर्माण का काम करता है, उसके गुरू का चौक के साथ ऐसा किया है।
बृजमोहन धीमान, युवा उपाध्यक्ष, भाजपा अंबाला