फीस भरने के बाद भी पांच साल में नहीं बढ़ा लोड
शहर के बलदेव नगर स्थित एक्सईएन कार्यालय में बिजली सभा का आयोजन हुआ। यहां उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम के चेयरमैन आरसी शर्मा ने शिकायतों की सुनवाई की।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : शहर के बलदेव नगर स्थित एक्सईएन कार्यालय में बिजली सभा का आयोजन हुआ। यहां उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम के चेयरमैन आरसी शर्मा ने शिकायतों की सुनवाई की। बिजली सभा में करीब 20 शिकायतें पहुंचीं, जिनका मौके पर ही समाधान कर दिया गया, लेकिन चार शिकायत को दफ्तर में दाखिल किया और साथ ही अधिकारियों को शिकायतों का जल्द निवारण करने के निर्देश दे दिए।
बिजली सभा में पहुंचे रणजीत नगर के बलवीर सिंह ने बताया कि 19 मार्च 2019 को एवन कंपनी के मीटर पर उसका बिजली बिल 1 लाख 9 हजार रुपये आया था। इसके बाद उक्त कंपनी का मीटर बदल दिया गया, जो सही चल रहा है। जिसमें हर माह एक हजार से 15 सौ तक बिल आने लगा। अब निगम ने डेढ़ लाख रुपये का बिल बना दिया। इसी तरह प्रिस शर्मा ने बताया कि उसका बिजली कनेक्शन काट दिया गया था। कोई बिल भी पेंडिग नहीं था। वह पिछले डेढ़ साल से निगम के चक्कर काट रहा है, परंतु कोई समाधान नहीं हुआ। इकट्ठा बिल अदा करने में असमर्थ हूं। वहीं, मनजीत सिंह ने बताया कि उसका बिजली मीटर तेज चल रहा है। तीन माह पहले इसकी शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बिजली मीटर की जांच को लेकर फीस भी भरी जा चुकी है।
-----
एक साल से आ रहा औसत बिल
पुनीत गुप्ता ने बताया कि वह छावनी के महेश नगर का रहने वाला है। वह बिजली बिल को लेकर पिछले एक साल से परेशान है। बार-बार कार्यालय के चक्कर भी काट लिए। उसका पिछले एक साल से एवरेज बिल ही आ रहा है। जिसमें हर माह 24 हजार का बिल आ जाता है। समाधान न होने पर बिजली दरबार पहुंचा हूं।
----
ट्यूबवेल का लोड नहीं बढ़ाया
नरेश कुमार ने बताया कि उसने 2015 में अपने ट्यूबवेल को लोड बढ़वाना था। जो पहले साढ़े 7 का था और उसे 15 का करवाना था। इसकी पूरी फीस भी बिजली निगम को भर दी गई थी। आज इसे पांच साल हो चुके हैं, लेकिन अभी तक उसके ट्यूबवेल का लोड नहीं बढ़ाया गया है। कई चक्कर भी काट चुका है।
-----
राधेश्याम ने बताया कि घर के आगे पुराने लोहे का खंभा लगा है। इसके साथ ही सीमेंट वाला खंभा भी लगाया गया, लेकिन लोहे वाले को नहीं हटाया गया। बरसात होने पर लोहे के खंभे में करंट आ जाता है, जिससे खतरा बना हुआ है। इसकी पिछले साल 1 सितंबर को शिकायत भी की, लेकिन अभी तक नहीं हटाया गया।