मंदबुद्धि बच्चों के शून्य लेवल को दिखाया लर्निग स्तर एक, निरीक्षण में फंसे शिक्षक
सक्षम प्री-असेसमेंट परीक्षा के अंतर्गत 22 जुलाई को विद्यार्थियों द्वारा हल किए गए प्रश्न पत्रों और ओएमआर शीट को जब जांचा गया तो इसमें शिक्षकों की पोल खुल गई। छठी कक्षा में पढ़ने वाले दो मंदबुद्धि बच्चों का लर्निग लेवल स्तर शिक्षकों ने एक दिखाया था लेकिन शीट जांचने के बाद पता चला कि उनका लर्निग स्तर तो शून्य है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: सक्षम प्री-असेसमेंट परीक्षा के अंतर्गत 22 जुलाई को विद्यार्थियों द्वारा हल किए गए प्रश्न पत्रों और ओएमआर शीट को जब जांचा गया तो इसमें शिक्षकों की पोल खुल गई। छठी कक्षा में पढ़ने वाले दो मंदबुद्धि बच्चों का लर्निग लेवल स्तर शिक्षकों ने एक दिखाया था, लेकिन शीट जांचने के बाद पता चला कि उनका लर्निग स्तर तो शून्य है। यानी उन्हें अपने विषय से संबंधित कोई जानकारी ही नहीं थी।
मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी नियुक्त कुमारी रख्बा राय, डिप्टी डीईओ महा सिंह संधू और खंड शिक्षा अधिकारी सुधीर कालड़ा ने बुधवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय छप्परा का जब औचक निरीक्षण कर ओएमआर शीट की चेकिग की तो यह पर्दाफाश हुआ। इस पर संबंधित शिक्षकों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया।
सीएमजीजे कुमारी रख्बा का यह पहला पहला निरीक्षण है। इस दौरान अधिकारियों ने जब विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए पौधों का रिकार्ड मांगा तो वह भी बेहद कम पाया गया। इस पर उन्हें जल्द से जल्द सभी पौधों की जीओ टैंगिग के आदेश दिए गए।
प्रगति रिपोर्ट के जांची मिड-डे मील व्यवस्था
अधिकारियों ने स्कूल की प्रगति रिपोर्ट और मिड-डे मील की व्यवस्था का भी देखा। अधिकारियों ने भी स्कूल में बनाए गए मिड-डे मील का स्वाद चखा और उसपर संतुष्टि जाहिर की। इससे पहले उन्होंने कक्षाओं में जाकर अध्यापकों द्वारा लगाए गए सक्षम रजिस्टर में अंकित डाटा के साथ बच्चों के अधिगम स्तर का मिलान भी किया।