बढ़ने लगी सवारियां, रोडवेज का किराया नहीं हुआ कम
अनलॉक-5 चल रहा है और अंबाला रोडवेज डिपो की सभी बसें मार्गो पर उतर चुकी हैं परंतु परिवहन विभाग ने बसों का किराया कम नहीं किया है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : अनलॉक-5 चल रहा है और अंबाला रोडवेज डिपो की सभी बसें मार्गो पर उतर चुकी हैं, परंतु परिवहन विभाग ने बसों का किराया कम नहीं किया है। ऐसे में अनलॉक टू में बढ़ाया गया 15 फीसद किराया ही चल रहा है, जबकि कहा गया था कि सवारियों की संख्या बढ़ने के बाद किराये को पहले के अनुसार कर दिया जाएगा, लेकिन अनलॉक-5 को चले काफी समय हो चुका है और रोडवेज बसें भी फुल होकर चल रही हैं। मगर किराया कम नहीं किया गया।
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घाटे से उबारने के लिए बढ़ाया गया था किराया
बता दें लॉकडाउन के दिनों में रोडवेज बसें पूरी तरह से बंद कर दी गई थीं। अनलॉक-2 के बावजूद पूरी तरह बसों का संचालन न हो पाने और तेजी से बढ़े डीजल के रेट के मद्देनजर परिवहन विभाग के तहत रोडवेज शाखा का नुकसान नुकसान बढ़ता गया। ऐसे में फिर से बसों के किराये को बढ़ाने पर राज्य सरकार और विभाग ने मंथन किया। वहीं विभाग को घाटे से उबारने के लिए प्रति किलोमीटर प्रति यात्री 115 पैसे किराये की सिफारिश की गई थी। वहीं मई माह में बसों का 15 प्रतिशत तक किराया बढ़ाया था।
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पहले 35 सवारियों को थी बैठने की छूट
अनलॉक में बसें नहीं चली थीं। अनलॉक शुरू होने के बाद 52 सीटर बस में केवल 35 सवारियों को ही बैठने के आदेश थे। एक ही परिवार के लोगों को बस की अंतिम बड़ी सीट पर ही एक साथ बैठने की अनुमति थी, लेकिन अब अंबाला डिपो की 132 बसें पूरी तरह से रूटों पर आ चुकी हैं। रिसीट भी 22-23 से सीधा 29 से 30 रुपये तक पहुंची चुकी है मतलब डिपो की आमदनी अब करीब नौ लाख रुपये तक पहुंच चुकी है। इसके बाद भी बसों का किराया कम नहीं हुआ है।