रिवॉल्वर व नकदी के लिए डेरा कुटिया को बनाया था निशाना
लाइसेंसी हथियार से बड़े अपराध की थी योजना, डेहा कॉलोनी के आरोपित ने रिमांड में कुबूला गुनाह
राजीव ऋषि, अंबाला शहर
एक माह पूर्व पंजोखरा क्षेत्र में डेरा कुटिया के बुजुर्ग सेवादार दीपानंद को बंधक बनाकर लूटी गई नकदी का सच सामने आ गया है। आरोपितों ने सेवादार से लाइसेंसी रिवॉल्वर और नकदी लूटने का प्लान बनाया था। हालांकि, उन्हें चार हजार की नकदी और बिस्तर से ही संतोष करना पड़ा था। जाते-जाते डेरे का सीसीटीवी भी तोड़ दिया था। तीन दिन के रिमांड पर चल रहे डेहा कॉलोनी के लवीश ने अपना अपराध कुबूल लिया है। लवीश को बुधवार को सीआइए-वन ने गिरफ्तार किया था। फरार गुरमीत ¨सह व लखन की धरपकड़ के प्रयास जारी हैं। लवीश को रविवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। आरोपितों के खिलाफ पहले भी चोरियों व अन्य अपराध कोर्ट में विचाराधीन हैं। वारदात 18 अक्टूबर को हुई थी। यह है मामला
मूलरूप से चंडीमंदिर के गांव माणक्या वासी 82 वर्षीय दीपानंद पिछले 56 साल से दो मंजिला डेरे में प्रथम तल पर रहते थे। घटना की रात करीब दो बजे खिड़की तोड़कर भीतर आए नकाबपोशों ने पहले उनसे रिवाल्वर मांगी। इन्कार करने पर आरोपितों ने कमरे की तलाशी ली। बिस्तर के सिरहाने पर रखे 4 हजार, मोबाइल व अन्य कमरों से बिस्तर व कंबल ले गए। दीपानंद के हाथ-पैर बांध दिए थे। बड़े अपराध को देना चाहते थे अंजाम
एएसआइ भूपेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपितों ने डेरे के सेवादार से रिवॉल्वर और मोटी रकम की आस में वारदात की थी। इस हथियार से वे किसी बड़े अपराध को अंजाम देने की फिराक में थे। फरार आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।