क्लर्क फायर ब्रिगेड दफ्तर में, ग्राउंड में गृहरक्षी जवानों ने इकट्ठी की फीस
छावनी का गांधी मैदान। जहां मंडे मार्केट में करीब साढ़े
जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी का गांधी मैदान। जहां मंडे मार्केट में करीब साढ़े 800 रेहड़ी-फड़ी सजी थी। सोमवार को करीब डेढ़ बजे थे। इसी बीच रेंट क्लर्क सुरेंद्र राणा गृहरक्षी जवानों के साथ मौके पर पहुंचे। क्लर्क कुर्सी पर फायर ब्रिगेड दफ्तर में कुर्सी पर बैठ गए और जवानों को फीस इकट्ठी करने के लिए ग्राउंड में भेज दिया गया। रेहड़ी फड़ी वालों से जब जवानों ने 200 रुपये फीस मांगने शुरू की तो विरोध शुरू हो गया। रेहड़ी फड़ी मार्केट संचालकों ने जब नगर निगम सदर जोन की रेंट ब्रांच के क्लर्क के बारे में पूछा तो बताया गया कि वह तो जगाधरी अंबाला नेशनल हाइवे क्रॉस करके फायर ब्रिगेड कार्यालय में बैठे हैं। दुकानदारों ने जवानों का विरोध भी जताया लेकिन मोबाइल पर फीस का मैसेज मिल जाने का आश्वासन देकर मामला शांत हो गया।
गृहरक्षी एक्ट में जवानों के कार्यक्षेत्र में ऐसा कोई काम नहीं आता। लेकिन नगर निगम की रेंट ब्रांच इन जवानों की तैनाती का खूब फायदा उठा रहा है। निगम आयुक्त के आदेश बता कर उनसे फीस इकट्ठी कराई जा रही है। एक टीम में तीन जवान थे जिसमें से दो जवान रेहड़ी-फड़ी वालों से पैसा इकट्ठा करने में जुटे थे और एक जवान कागज पर नाम लिख रहे थे। यह कागज बाद में फायर बिग्रेड दफ्तर में मोबाइल लेकर बैठे रेंट क्लर्क सुरेंद्र राणा के पास पहुंचता था। इसके बाद फीस को आन लाइन दर्ज किया जा रहा था। महज एक क्लर्क ही यह काम चला रहा है।
----------
बीते तीन सोमवार से नहीं आई पूरी फीस
नगर निगम की रेंट ब्रांच बीते तीन सोमवार से मंडे मार्केट से फीस इकट्ठी करने में जुटी है जबकि साढ़े आठ सौ रेहड़ी-फड़ी संचालक निगम कार्यालय में अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। बीते सोमवार की बात करें तो निगम की रेंट ब्रांच 184 रेहड़ी फड़ी मार्केट वालों से ही करीब 37 हजार रुपये की फीस वसूल पाई। अस्थाई रेंट ब्रांच क्लर्क सुरेंद्र राणा का तर्क है कि दिन में बारिश आ गई थी इसीलिए सभी रेहड़ी फड़ी वाले फीस नहीं ली जा सकी जबकि छावनी ही नहीं बल्कि पूरे जिले में बारिश सुबह के वक्त ही हुई थी। दिन में बारिश नहीं हुई थी।
----------
फाइल नंबर दो
सुनील बराड़
समय : 4 : 57