श्मशान घाट में राज्यमंत्री पर फूटा गुस्सा, थाना प्रभारी पर गिरी गाज
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : बड़ागांव सरपंच रेखा रानी के पति व पेशे से शिक्षक सेशन जज क
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : बड़ागांव सरपंच रेखा रानी के पति व पेशे से शिक्षक सेशन जज की मौत का मामला मंगलवार सुबह संस्कार के दौरान फिर से तूल पकड़ गया। मृतक का संस्कार करने के दौरान श्मशान घाट में पहुंचे राज्यमंत्री नायब ¨सह सैनी को वहां लोगों के विरोध का कड़ा सामना करना पड़ा। गुस्साए परिजनों और गांव के अन्य लोगों ने न केवल राज्यमंत्री के सामने ही नायब ¨सह सैनी मुर्दाबाद के नारे लगाए, बल्कि महिलाओं ने तो उन्हें सबके सामने अपशब्द भी बोले। इसके बाद वहां तैनात पुलिस बल ने मंत्री को अपने सुरक्षा घेरे में लिया। विरोध का सामना करने के बाद सैनी मृतक की चिता पर दो लकड़ियां डालते ही वहां से चलते बने। उधर, इस मामले में शुरू से ही लापरवाही बरतने वाले नारायणगढ़ थाना प्रभारी सुरेश पाल पर भी गाज गिर गई है। एसपी ने उन्हें थाने की कमान छीनकर लाइन हाजिर कर दिया और शहजादपुर थाना प्रभारी हरभजन ¨सह को नारायणगढ़ और पुलिस लाइन से इंस्पेक्टर चंद्र प्रकाश को शहजादपुर थाना इंचार्ज लगाया गया है। वहीं मामले में नामजद बड़ागांव निवासी कुलदीप ¨सह ने फेसबुक पर इस हत्या की जिम्मेदारी ली है और चेतावनी दी है कि अगर पुलिस ने इस मामले में उसके परिजनों या किसी दोस्त को परेशान किया तो पुलिस कर्मियों का भी परिवार है और वह जल्द उन्हें टारगेट करेगा।
परिजनों ने सैनी पर लगाए थे आरोप
हत्या के बाद परिजनों ने सोमवार को राज्यमंत्री नायब ¨सह सैनी पर विभिन्न तरह के आरोप लगाए थे। इसी कारण मंत्रीजी मंगलवार सुबह मृतक के परिजनों को सांत्वना देने और अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने गांव के श्मशान घाट पहुंचे, लेकिन उनके आते ही वहां गुस्साए परिजनों व महिलाओं ने मंत्री को घेरकर उनके साथ गाली-गलौच और मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिया। हालांकि मंत्री ने उन्हें शांत करवाने का प्रयास किया परंतु वह नहीं माने। वहीं मृतक सेशन जज के भाई ने लोगों को हाथ जोड़कर शांत किया और नायब ¨सह सैनी को हाथ जोड़कर उनकी भाई की हत्या पर मंत्री ¨जदाबाद का दो बार नारा लगाया। अंतिम संस्कार के मौके पर पूर्व मुख्य संसदीय सचिव राम किशन गुज्जर सहित अनेकों समाज सेवियों सहित शिक्षा विभाग से भी अध्यापकों ने मृतक को नम आंखों से विदाई दी। इस दौरान शिक्षकों ने अपनी बाजू पर काली पटटी भी बांधी हुई थी।
थानी प्रभारी को किया गया लाइन हाजिर
सोमवार को हत्या के बाद और अग्रसेन चौक पर छह घंटे तक जाम के दौरान नारायणगढ़ थाना प्रभारी सुरेश पाल वहां से नदारद थे। वहीं परिजनों ने आरोप लगाया था कि थाना प्रभारी को कई दिन पूर्व सरपंच पति सेशन जज व अन्य को जान से मारने की धमकी दी थी, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। इसी कारण एसपी ने थाना प्रभारी सुरेश पाल को लाइन हाजिर कर दिया और मामले की जांच डीएसपी अमित भाटिया को सौंपी है। वहीं शहजादपुर से इंस्पेक्टर हरभजन को नारायणगढ़ में थाना प्रभारी लगाया गया है।
आरोपित ने फेसबुक पर पोस्ट करके ली हत्या की जिम्मेदारी
इस मामले में पुलिस ने बड़ागांव निवासी कुलदीप, विरेंद्र, मनीष, सुरजीत, चौहल सिह, टीटू राणा, माया राम व अन्य को नामजद किया है। नामजद आरोपित कुलदीप ने घटना के कुछ देर बाद ही अपनी फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट की। आरोपित ने लिखा कि हमारे गांव में सरपंच का यह काम मैंने किया है, क्योंकि इन्हें पहले बहुत समझाया गया था कि अंजाम बहुत बुरा होगा, परंतु वह नहीं माना। इसके कारण मरकर अब अंजाम को देख लिया। बाकी जो मेरे अगले टारगेट पर है, उन्हें पता ही है। बाकी किसी का कोई और मामला नहीं है। पुलिस वालों, मेरे परिवार या किसी दोस्त को तंग न करना, वरना परिवार तुम्हारा भी है। अगला टारगेट जल्द आ रहा है..कुलदीप ¨सह बड़ागांव।
राजनीतिज्ञों ने सरकार पर साधा निशाना
मंगलवार को साढौरा से पूर्व विधायक, पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा, पूर्व संसदीय सचिव रामकिशन गुज्जर समेत अन्य काफी राजनीतिक लोग मृतक के घर परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे। उन्होंने इस मामले के बाद बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया।