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तीन डीएसपी को दी रिश्वत, बीडीपीओ को ब्लैकमेल करने में फंसे सात लोग

आरोपितों ने ब्लैक मे¨लग के दौरान आत्म हत्या केस से बचने के लिए पुलिस को दिए दो लाख, डस्टबिन घोटाला में बीडीपीओ से मांग रहे थे ढाई लाख, आरटीआइ लगाकर बिछाते थे जाल

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Nov 2018 01:56 AM (IST)Updated: Fri, 30 Nov 2018 01:56 AM (IST)
तीन डीएसपी को दी रिश्वत, बीडीपीओ को ब्लैकमेल करने में फंसे सात लोग
तीन डीएसपी को दी रिश्वत, बीडीपीओ को ब्लैकमेल करने में फंसे सात लोग

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: आरटीआइ लगाकर लोगों से लाखों रुपये ठगने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। डस्टबिन घोटाले में उलझे बीडीपीओ प्रताप ¨सह को ब्लैकमेल किया जा रहा था। आरटीआइ के तहत जानकारियां जुटाकर उनसे ढाई लाख रुपये मांगे गए थे। अधिकारी ने आरोपितों से फोन पर बातचीत का सिलसिला जारी रखा। फोन व आमने-सामने हुई बातचीत का ऑडियो और वीडियो सुबूत के तौर पर एडीजीपी डॉ. आरसी मिश्रा के समक्ष पेश कर दिया है। इस रिकार्डिंग में कई अन्य चौकाने वाले राज से भी पर्दा उठा है। बीडीपीओ को ब्लैकमेलिंग के अलावा आरोपितों ने अंबाला के ही तीन डीएसपी और एक इंस्पेक्टर को भी रिश्वत देकर जितेंद्र आत्महत्या के मामले को रफा-दफा कराने की बात स्वीकार की है। यहां तक की विजिलेंस कर्मियों को अपना खास बताया गया है। एएसपी चंद्रमोहन ने जांच कर सात लोगों के खिलाफ ब्लैकमे¨लग का केस बलदेव नगर थाने में दर्ज करा दिया है। आरोपितों के नाम तो सार्वजनिक कर दिए गए हैं लेकिन किसी कर्मचारी या अधिकारी की संलिप्तता का उल्लेख एफआइआर में नहीं है। इन लोगों पर केस दर्ज

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राजेंद्र उर्फ काका निवासी गांव बरनाला

मोहन ¨सह निवासी गांव बरनाला

अश्वनी भारद्वाज निवासी अंबाला शहर

सोनू निवासी बलदेव नगर

अनीत निवासी बलदेव नगर

सोनू निवासी बलदेव नगर

मोहन ¨सह निवासी गांव बरनाला

बलकार निवासी गांव माजरा नारायणगढ़ ब्लैकमे¨लग का शिकार हुए ठेकेदार संजीव शर्मा

एफआइआर के मुताबिक जिला मोहाली गांव खेलन के ठेकेदार संजीव शर्मा से भी ब्लैकमे¨लग की गई है। विकास कार्यों में की गई गड़बड़ी की शिकायत विजिलेंस में करने का दबाव बनाकर लाखों रुपये की ठगी आरोपितों ने की। ठगी की योजना बलदेव नगर निवासी सोनू की मीट की रेहड़ी व अनित कुमार की दुकान पर बनाई जाती थी। इसके लिए इन सात लोगों ने अपना गैंग तैयार किया हुआ था। सुनियोजित ढंग से सरकारी अधिकारियों, प्रॉपर्टी डीलरों व ठेकेदारों को शिकायतों व आरटीआई एप्लीकेशन लगाने का डर दिखाकर ब्लैकमेल किया जाता था। ये लोग खुद को विजिलेंस व पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों का करीबी भी बताते थे। केस को रफा-दफा करने के लिए पुलिस को दिए 2.5 लाख

आरोपित अनित कुमार की ब्लैकमेलिंग से परेशान अंबाला शहर बलदेव नगर निवासी जितेंद्र कुमार ने आत्महत्या कर ली थी। रिकॉर्डिंग में यह बात भी आई कि अनित ने इस आत्महत्या मामले से खुद को बचाने के लिए दो लाख रुपये की रिश्वत तीन डीएसपी को दिए गए थे। एक मामले में तो हाल ही में 20 हजार रुपये दिए गए हैं। बलदेव नगर थाने के पूर्व प्रभारी को भी रुपये दिए गए। वहीं 20-20 हजार रुपये दो डीएसपी और 75 हजार रुपये बलदेव नगर थाना पुलिस को देने की बात भी रिकॉर्डिंग में सामने आई है। आरोपित अनित ने रिकॉर्डिग में स्वीकार किया है कि उसने अंबाला व शाहाबाद में रह चुके एक डीएसपी को ब्लैकमेल करने की सीडी भी बनाई हुई है। क्या है डस्टबिन घोटाला

जिले के छह खंडों में अक्टूबर 2015 में डस्टबिन की 2 करोड़ 86 हजार 517 रुपए की खरीद हुई थी। इसमें जमकर अनियमितताएं बरती गई। जो डस्टबिन 1200 रुपये में खरीदा जा सकता था। उसके लिए 3500 से 4 हजार तक खर्च किए। आरोप लगाए गए कि गुणवत्ता भी घटिया थी।


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