मुझे डिफाल्टर कैसे घोषित किया : आप उपभोक्ता कोर्ट में जाएं, यहां समधान नहीं : अफसर
सबलोक जी, आप कोर्ट में चले जाएं। यहां समाधान नहीं होगा। शहर एसई कार्यालय में बिजली निगम उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम की बैठक में फोरम के सदस्य जीएल बंसल ने अंबाला शहर निवासी प्रवीण सबलोक को यह बात कह दी। सीजीआरएफ की इस बैठक में 20 शिकायतें आई। ज्यादातर शिकायतें गलत री¨डग और बिल नहीं आने की थी। करीब दो घंटे चली इस बैठक में सबलोक का मामला ही छाया रहा।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर
सबलोक जी, आप कोर्ट में चले जाएं। यहां समाधान नहीं होगा। शहर एसई कार्यालय में बिजली निगम उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम की बैठक में फोरम के सदस्य जीएल बंसल ने अंबाला शहर निवासी प्रवीण सबलोक को यह बात कह दी। सीजीआरएफ की इस बैठक में 20 शिकायतें आई। ज्यादातर शिकायतें गलत री¨डग और बिल नहीं आने की थी। करीब दो घंटे चली इस बैठक में सबलोक का मामला ही छाया रहा। जैसे ही सबलोक बैठक में शामिल हुए उन्हें अधिकारियों ने एक तरफ बिठा दिया। कहा कि पहले दूसरों की शिकायतों का निवारण करते हैं फिर आपके मामले में बात करेंगे।
करीब 20 मिनट के इंतजार के बाद भी जब प्रवीण का नंबर नहीं आया तो उसने गुस्से में कहा सर, यह तो चलता रहेगा मेरे मामले में जवाब दें। इस पर जीएल बंसल बोले प्रवीण जी आप कोर्ट में चले जाएं, यहां कोई समाधान नहीं होगा। इस पर सबलोक ने कहा कि मुझे मेरा सारा रिकार्ड दिया जाए। मुझे बताया जाए कि किस नियम के तहत एक ही मीटर पर तीन-तीन बार चोरी का केस बनाया गया? मैं सिस्टम को चैलेंज कर रहा हूं, कोर्ट तो मैं जाउंगा ही। मुझे बताया जाए कि जब मेरे मीटर को उतारा गया तो क्यों वीडियोग्राफी नहीं करवाई गई? किसकी इजाजत से मेरा मीटर उतारा गया? आपने मुझे डिफाल्टर घोषित कैसे किया? मुझे बस यह जवाब लिखित में दिया जाए? मैं भी देखना चाहता हूं कि डिफाल्टर आप हैं या मैं? मुझे मेरा हिसाब दिया जाए। चाहे एक करोड़ रुपये भी बनते हैं मैं भरने के लिए तैयार हूं लेकिन पूरा रिकार्ड तो मुझे दिया जाए कि मेरा बिल कैसे और कितने रुपये का बनाया गया। मुझे बताया जाए कि मेरे तीन चोरी के केस की आपने कैसे सेटलमेंट की?
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एक्सइएन और शिकायतकर्ता में तू-तू, मैं-मैं
सबलोक ने जब एक्सइएन बीके कंबोज से पूछा तो एक्सइएन बोले आप कोर्ट में हो तो आप कोर्ट से ही सवाल करें? कोर्ट मुझसे जो सवाल करेगी मैं कोर्ट को ही जवाब दूंगा। सबलोक ने कहा कि तो क्या मैं आपसे कुछ नहीं पूछ सकता? एक्सइएन बोले मेरे आफिस में आकर सवाल करोगा तब मैं वहां आपके सवालों का जवाब दूंगा। इस पर सबलोक बोले कि कोई तो कहता है कि कोर्ट न जाओ, हम आपकी समस्या का समाधान करेंगे और आप खुद चाहते हैं कि मैं कोर्ट जाउं, तो मैं कोर्ट भी चला जाउंगा आप लिखकर दे दें कि आप मेरी समस्या का समाधान नहीं कर सकते। एसई आरके खन्ना ने एक सप्ताह के भीतर सबलोक की समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया।
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फोटो:-11
डिफाल्टर हुआ फैक्ट्री संचालक, जेई ने बिजली कर दी ग्रामीणों की बंद
सद्दोपुर के र¨वद्र ने फोरम को बताया कि उनके खेतों के पास ईट की फैक्ट्री थी। उसके ट्रांसफार्मर के साथ ही खेतों का कनेक्शन कर दिया। अब वह फैक्ट्री बंद है और उसके मालिक पर डेढ़ लाख बकाया है। ट्रांसफार्मर सड़ चुका है। जेई कहता है कि वह ट्रांसफार्मर तभी ठीक कराएगा जब फैक्ट्री संचालक से 1.5 लाख रुपये बिल भरवाओगे। एसई आरके खन्ना ने एसडीओ को फोन पर लताड़ लगाते पूछा कि 1.5 लाख रुपये बिल होने तक आप कहां थे? क्यूं एक फैक्ट्री वाले को इतने समय छूट दी गई? जल्द ही वहां ट्रांसफार्मर ठीक करवाएं।
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एसडीओ ने पास की फाइल, जेई ने लटकाया
शंकर पार्क छावनी के राजन ने बताया कि उसने नया कनेक्शन लेना है। 2100 रुपये जमा करवाए दिए हैं लेकिन डेढ़ माह तक कनेक्शन नहीं मिला। एसडीओ ने बताया कि फाइल भी अप्रूव कर दी थी। राजन ने बताया कि वही फाइल जेई ने लटका दी है। एसई ने जेई के खिलाफ कार्रवाई और मंगलवार तक मीटर लगने का आश्वासन दिया।
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दो बार सिक्योरिटी जमा कराई, एक साल बाद भी नहीं मिला कनेक्शन
हरी पैलेस निवासी अशोक कुमार ने बताया कि उसने एक साल पहले नए कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। पहले 3600 बाद में 3800 रुपये सिक्योरिटी जमा कराई लेकिन मीटर नहीं लगा। अब सिक्योरिटी भी नहीं दी जा रही। एसई ने बिलों में सिक्योरिटी एडजेस्ट कराने के आदेश दिए।