हनी ट्रैप: खूबसूरती का जाल, ब्लैकमेलिंग का खेल
शातिर महिलाओं के जाल में जो फंसा वो बर्बाद। सोशल मीडिया बना सबसे बड़ा हथियार। फेसबुक और वॉट्सएप पर बुना जा रहा मीठी बातों का जाल।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : जैसा नाम से ही जाहिर है हनी यानि शहद और ट्रैप मतलब जाल। एक ऐसा मीठा जाल जिसमें फंसने वाले को अंदाजा भी नहीं होता कि वो कहा फंस गया है और किसका शिकार बनने वाला है। महिलाएं अपनी खूबसूरती के जाल में फंसाकर ब्लैकमेलिंग का खेल खेलती हैं। अंबाला और आसपास के जिलों में भी इन दिनों यह नया ट्रेंड बनता जा रहा है और इसका सबसे आसान जरिया है सोशल मीडिया। ऐसे में आप भी यदि अजनबियों, खासकर महिलाओं, की फ्रेंड रिक्वेस्ट बिना जांचे परखे स्वीकार कर रहे हैं, तो सावधान रहें। अवैध वसूली के लिए खूबसूरत जाल बिछाकर आपको फंसाया जा सकता है। ये बड़े मामले आए सामने
--हनी ट्रैप का हालिया मामला नारायणगढ़ के एसडीओ जफर इकबाल खान का सामने आ चुका है। जफर को भी हनीट्रैप में फंसाकर दस लाख रुपये की मांग की गई थी। उन्हें बंधक बनाकर टॉर्चर भी किया गया। गनीमत रही कि अपने दोस्त और पुलिस की मदद से वह बच निकलने में कामयाब रहे। इससे पहले भी अंबाला, यमुनानगर में कई मामले पुलिस दर्ज कर चुकी है।
--अगस्त 2015 में यमुनानगर के एक कारोबारी को हनी ट्रैप में फंसाकर 15 लाख रुपये की वसूली की गई थी। अंबाला पुलिस आयुक्त को शपथ पत्र दिया गया था, जिसमें कारोबारी ने कहा था कि उनसे चालीस लाख रुपये मांगे गए थे। हालांकि, बाद में 15 लाख में सौदा तय हुआ था। उन्हें जाल में फंसाने की शुरुआत वर्ष 2013 में हुई थी। उनके वॉट्सएप पर हाय लिखकर एक मैसेज आया था, इसके बाद बातचीत शुरू हुई थी।
--इसी प्रकार, अंबाला शहर के एक कारोबारी को भी सोशल मीडिया के जरिए जाल में फंसाया गया था। आरोपित ने जाह्नवी नाम की फर्जी आइडी बनाकर यह खेल खेला था। महिला की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि इस गिरोह में कई पुरुष भी शामिल हैं। इन बातों का रखें ध्यान
- फेसबुक पर किसी महिला की फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार करने से पहले पता करें कि आइडी फर्जी तो नहीं।
- बिना जान-पहचान के किसी को भी सोशल मीडिया पर अपना दोस्त बनाने से बचें। अजनबी से मैसेंजर पर चैट न करें।
- अनजान व्यक्ति का फेसबुक पर मैसेज आए, तो जवाब देने से पहले जांच लें कि वह आपका जानकार है या नहीं।
- वॉट्सएप पर अनजान लोगों से चैटिग करने से बचें। गिरोह के सदस्य किसी और का फोटो लगाकर जाल में फंसाते हैं।
- फेसबुक पर फर्जी आइडी बनाना साइबर क्राइम है।