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केरल के समुद्र तट की सैर करेंगी सरकारी स्कूलों की छात्राएं

बलकार ¨सह, बराड़ा: सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली लड़कियों के लिए विद्यालय शिक्षा विभाग

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Sep 2018 01:09 AM (IST)Updated: Mon, 10 Sep 2018 01:09 AM (IST)
केरल के समुद्र तट की सैर करेंगी सरकारी स्कूलों की छात्राएं
केरल के समुद्र तट की सैर करेंगी सरकारी स्कूलों की छात्राएं

बलकार ¨सह, बराड़ा:

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सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली लड़कियों के लिए विद्यालय शिक्षा विभाग समुद्रतटीय शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है। यह कार्यक्रम केरल राज्य के अल्लेप्पी जिले के चेरथल्ला कस्बे में समुद्र तट पर आयोजित किया जायेगा। शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित यह पांचवां कोस्टल स्टडी कैंप है। इससे पहले यहां पर विभाग द्वारा चार कैंपों का आयोजन हो चुका है। सात दिन तक चलने वाला यह कैंप 24 से शुरू होकर 30 दिसंबर 2018 तक चलेगा। इस कैंप में कक्षा नौंवी से कक्षा 12वीं की छात्राएं भाग लेंगी। कैंप के लिए हर जिले से 9 लड़कियों का चयन किया जायेगा। इसके लिए उन लड़कियों को चुना जायेगा जिन्होंने जिला लोक नृत्य संबंधी गतिविधियों में विशेष उपलब्धि हासिल की हो। कैंप में लड़कियों के साथ हर जिले से एक महिला टीचर भी साथ जाएंगी। कैंप में जाने वाली लड़कियों को अपने अभिभावकों की लिखित अनुमति के साथ अपना मेडिकल फिटनेस सर्टीफिकेट भी प्रस्तुत करना होगा। यह होगा शैडयूल:-

कैंप के लिए विद्यालय शिक्षा विभाग हरियाणा की ओर से सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिख सूचित किया जा चुका है। कैंप में जाने वाले प्रतिभागियों को 20 दिसंबर को फरीदाबाद में निर्धारित स्थान पर रिपोर्ट करनी होगी। यहां से सभी प्रतिभागी अगले दिन 21 दिसंबर से अपनी यात्रा को शुरू कर 23 दिसंबर तक कैंप स्थल पर पहुंचेंगें और अगले दिन 24 दिसंबर को कैंप में भाग लेंगे। वापसी की यात्रा सभी प्रतिभागी 31 दिसंबर को शुरू करेंगें व 2 जनवरी को अपने अपने घरों को लौटेंगे। कैंप दौरान होने वाली गतिविधियां व प्रतियोगिताएं:-

इस कोस्टल स्टडी कैंप में कोस्टल ट्रै¨क्रग के अलावा समुद्रतटीय जीवन शैली की जानकारी, राफ्ट बनाना व उसका उपयोग, समुद्र तटीय वनस्पतियों के बारे जानना, मछुआरों के गांवों में जाकर उनके जीवनयापन के तरीकों को जानना, समुद्रतटीय रहन-सहन व खान-पान की जानकारी, केरल राज्य की सभ्यता व संस्कृति को नजदीक से जानना, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, केरल की छात्राओं को हरियाणवी लोक नृत्य सिखाना एवं केरल के लोकनृत्य तिरुवादरा को सीखना व परफॉर्म करना, योगा, जीवन कौशलों के द्वारा व्यक्तितव विकास की जानकारी, लोकगीत व लोकनृत्य, रंगोली, पें¨टग, रिपोर्ट राइ¨टग आदि गतिविधियां शामिल होंगी। कैंप व्यवस्था के लिए कमेटी गठित:-

कार्यक्रम अधिकारी रामकुमार को कैंप संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है तथा विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए विभागीय कमेटी बनाई गई है। कार्यक्रम अधिकारी रामकुमार ने बताया कि कार्यक्रम के सफल आयोजन में सरकारी विभागों के साथ साथ स्थानीय प्रशासन, पुलिस व स्थानीय लोगों का भरपूर सहयोग मिलता है। वर्जन:-

इस प्रकार के शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रमों से छात्र-छात्राओं को व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त होता है जो उनके व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत जरूरी है। विद्यालय में पढ़ाई व अन्य गतिविधियों में विशेष स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को इस प्रकार के अवसर देने से दूसरे बच्चों को भी अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है। विद्यार्थियों के व्यवहारिक ज्ञान में बढ़ोतरी के लिए भविष्य में भी इस प्रकार के कैंपों का आयोजन भविष्य में भी किया जाता रहेगा।

:- राजीव रतन, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा विभाग हरियाणा।

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