मैं साईं बाबा दे लड़ लगीया, मेरे तो गम परे रेहंदे..आदि भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे
दिल्ली की टी सीरिज कलाकार सूफी गायक सपना ने भजन बाबा ने जिसे चाहा दीवाना बना डाला जिस जिस पे नजर डाली मस्ताना बना डाला..व मैं साईं बाबा दे लड़ लगीया मेरे तो गम परे रेहंदे मेरी आसा उमिदा दे ए सदा बूटे हरे रेहन्दे.. व शिरडी वाले सांई बाबा आया है तेरे पे सवाली.. आदि भजनों ने श्रद्धालुओं को खूब झूमाया।
जागरण संवाददाता, अंबाला : दिल्ली की टी सीरिज कलाकार सूफी गायक सपना ने भजन बाबा ने जिसे चाहा दीवाना बना डाला, जिस जिस पे नजर डाली मस्ताना बना डाला..व मैं साईं बाबा दे लड़ लगीया, मेरे तो गम परे रेहंदे, मेरी आसा उमिदा दे ए सदा बूटे हरे रेहन्दे.. व शिरडी वाले सांई बाबा, आया है तेरे पे सवाली.. आदि भजनों ने श्रद्धालुओं को खूब झुमाया। अभिजीत शर्मा ने मेरे घर के सामने साईं, तेरा मंदिर बन जाए, खिड़की खोलूं तो तेरा दर्शन हो जाए..सुनकर श्रद्धालु मुग्ध हो उठे। यह मौका था बुधवार छावनी के बीपीएस प्लेनेटोरियम में आयोजित विशाल साईं संध्या का, जो श्री शिरड़ी साईं सेवा संघ प्रीत नगर की ओर से हर वर्ष की भांति धूमधाम से करवाई गई। दसवीं विशाल साईं संध्या में बाबा के पवित्र स्वरूप को आकर्षक अंदाज में सजाया गया था। दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने कतार में लगकर बाबा के समक्ष माथा टेका और परिवार की सुख शांति के लिए मन्नतें मांगी। हालांकि कार्यक्रम में कई बार बिजली के कटों ने खलल डाला, लेकिन श्रद्धालुओं का जोश नहीं थमा। उन्होंने हाथों में मोबाइल की रोशनी के साथ तालियां बजाकर भजनों का गुणगान करते दिखे। देररात तक भजनों का सिलसिला चलता रहा। श्रद्धालु गायक सपना के भजन ओ लाल मेरी पत रखियो बला झूले लालण, सिदड़ी दा सेवण दा सखी शाह बाज कलंदर, दमादम मस्त कलंदर अली दम दम दे अंदर..आदि भजनों पर झूम उठे। रात्रि भोज के अलावा टमाटर सूप के स्टाल भी लगाए गए थे। इस मौके पर संदीप अग्रवाल, रमेश धीमान व अन्य मौजूद रहे।
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