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जुबानी जंग : प्रधान की कुर्सी का विवाद, सामाजिक बहिष्कार के बाद शह-मात खेल का अखाड़ा बना

नगर पालिका प्रधान बराड़ा की कुर्सी को लेकर भारत यात्रा पर गए बागी पार्षदों के वापस पहुंचने से पार्षदों के टूटने की संभावनाएं बढ़ गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 08:24 AM (IST)Updated: Thu, 16 Jan 2020 08:24 AM (IST)
जुबानी जंग : प्रधान की कुर्सी का विवाद, सामाजिक बहिष्कार के बाद शह-मात खेल का अखाड़ा बना
जुबानी जंग : प्रधान की कुर्सी का विवाद, सामाजिक बहिष्कार के बाद शह-मात खेल का अखाड़ा बना

संवाद सहयोगी, बराड़ा : नगर पालिका प्रधान बराड़ा की कुर्सी को लेकर भारत यात्रा पर गए बागी पार्षदों के वापस पहुंचने से पार्षदों के टूटने की संभावनाएं बढ़ गई है। इसके चलते जहां एक ओर बागी नेता रिचा पाहवा के सामने सभी को एकजुट रखने की चुनौती बनी हुई है, वहीं दूसरी ओर रमा खेत्रपाल के समर्थक नाराज बताए जा रहे पार्षदों से संपर्क साधने में जुट गए हैं।

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अब विवाद जुबानी जंग, सामाजिक बहिष्कार के बाद एक दूसरे के खेमे में दाम-साम, दंड-भेद से सेंध लगाकर शह-मात का खेल आरंभ हो गया है। अधिकांश पार्षद प्रायश्चित करते हुए घर वापसी का ऐलान कर चुके हैं। रमा खेत्रपाल के समर्थकों का दावा है कि भाजपा पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आशीर्वाद से उनको प्रधान पद की जिम्मेवारी सौंपी गई थी जिससे उन्होंने लगभग दो साल के कार्यकाल में भाजपा के सच्चे सिपाही के रूप में निभाया है।

उन्होंने कहा कि एक पुराने कांग्रेसी परिवार द्वारा पूर्व में कांग्रेस पार्टी से विश्वासघात करके अब भाजपा का नकली नकाब ओढ़कर पार्टी में विघटन का घिनौना खेल खेला जा रहा हैं। यह पार्टी तोड़ने वाले कांग्रेसी मानसिकता वाले लोग कभी भी अपने मंसूबे में कामयाब नहीं होंगे। अधिकांश पार्षद भ्रम से उबर चुके हैं और वास्तविकता को समझते हुए घर वापसी कर चुके हैं।

रमा ने दावा किया कि उनके पास मैजिक नंबर मौजूद है। आगामी 31 जनवरी को दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव का गिरना तय है।

बता दें कि गत माह 11 पार्षदों रिचा पाहवा, शमशेर सिंह, अमित कुमार, सुरजीत सिंह, अभिलाषा, योगिता रानी, अंजू रानी, सीमा देवी, मनीष कुमार, जसविदर पाल सिंह व दीपक बाजवा ने अविश्वास प्रस्ताव पर बैठक बुलाने का आवेदन डीसी अशोक शर्मा को देकर शीघ्र विशेष बैठक का अनुरोध किया था। इसे डीसी ने आगामी कार्रवाई करने के लिए एसडीएम बराड़ा को प्रेषित कर दिया।

तत्कालीन एसडीएम भारत भूषण कौशिक ने नगरपालिका अधिनियम के अंतर्गत 3 जनवरी 2020 को बैठक का नोटिस जारी कर दिया। परंतु इस बीच एसडीएम के स्थानांतरण के चलते 3 जनवरी की निर्धारित बैठक नहीं हो सकी। एसडीएम गिरीश कुमार ने चार्ज संभालने के बाद नगर पालिका की बैठक 24 जनवरी की तिथि निर्धारित कर सभी सदस्यों को सूचित किया। लेकिन 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के कारण पुलिस फोर्स उपलब्ध न होने के कारण यह तिथि बढ़ाकर 31 जनवरी कर दी गई है।


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