निकासी और सीवरेज लीकेज शहर 9 सेक्टर-10 में घर के लिए मुसीबत
शहर के सेक्टर 9 व 10 की गिनती पॉश इलाके के तौर पर होती है। जबकि हकीकत यह है कि दोनों ही सेक्टर निकासी व सीवरेज की समस्या से जूझ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: शहर के सेक्टर 9 व 10 की गिनती पॉश इलाके के तौर पर होती है। जबकि हकीकत यह है कि दोनों ही सेक्टर निकासी व सीवरेज की समस्या से जूझ रहे हैं। दोनों ही सेक्टरों की कॉमन प्राब्लम (सामूहिक समस्या) है। सेक्टर-10 में स्टोर्म वाटर (बरसाती पानी) लेन में सुधार को लेकर जो काम किया गया है उसमें भी घालमेल किया जा रहा है। कहीं बरसाती पानी की इस निकासी लेन को सीवरेज में डाल दिया गया है। इस आलम में सेक्टरों में गंदगी का आलम है। कई जगह सीवरेज लीक होकर उसका पानी सड़क तक पर बह रहा है। सेक्टरवासियों के मुताबिक इस समस्या को सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से इसका कोई हल नहीं निकल पा रहा है।
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फोटो- 34
समस्या दूर करने पर नहीं ध्यान
सेक्टर-10 में सीआईए के सामने की गली में सीवरेज लीक है और बरसाती पानी की निकासी के लिए प्लास्टिक के पाइप दबाए जा रहे हैं। सेक्टर निवासी ईश्वर राम के मुताबिक स्टोर्म वाटर की पाइप दबाते वक्त आगाह किया था कि यह लाइन बैठ जाएगी लेकिन किसी ने नहीं सुनी। अब सड़क धंस गई है। कहीं सीवरेज में स्टोर्म वाटर लेन का पानी डाला जा रहा है तो कहीं सीवरेज को ही इस लाइन से जोड़ दिया गया है। समस्या के मूल में जाने की कोशिश कभी नहीं हुई।
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प्लाट नंबर 155 वाली गली में सीवर लीक
सेक्टर- 10 में प्लाट नंबर 155 के पास हुडा के जल घर के पीछे सीवरेज लीक है। यहां साथ ही एक प्राइवेट स्कूल भी है। सीवरेज का पूरा पानी गली में फैला हुआ है। मकान नंबर 155 निवासी राजबीर बेनीवाल के मुताबिक यहां सीवरेज लीक है जो अकसर ओवरफ्लो होकर बहता रहता है। सड़क नाम की कोई चीज नहीं है। बरसात में तो इन सड़कों पर एक एक फीट पानी जमा हो जाता है। जो सड़कें ऊंची हैं उनका पानी भी यहां पहुंच जाता है।
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सड़कों का लेवल भी सही नहीं
सेक्टर-9 में मकान नंबर 109 में रहने वाले राजकुमार सभरवाल के मुताबिक सड़क की नुक्कड़ पर सीवरेज लंबे वक्त से लीक है और यहां अकसर ऐसी समस्या रहती हैं। इसी प्रकार अग्रवाल धर्मशाला व पुलिस चौकी के बीच सीवरेज लीक है। सड़कों का लेवल भी एक समान नहीं है जिससे जो सड़क ऊंची हैं उनका पानी बरसात के दौरान नीचे वाली सड़कों पर जमा हो जाता है। हालांकि, विकास कार्यों को लेकर दावे बहुत किए जाते हैं।