प्याज की 'उड़ान' पर हरियाणा सरकार सख्त, बढ़ते भाव को काबू में लाने को घटाई स्टॉक लिमिट
हरियाणा सरकार ने प्याज की बेकाबू होती कीमतों को नियंत्रण में लाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने राज्य में प्याज की स्टॉक लिमिट को घटा दिया है।
अंबाला, [दीपक बहल]। प्याज के बढ़े रेट पर मचे हाहाकार के बीच केंद्र और राज्य सरकार सख्त हो गई हैं। प्याज के थोक विक्रेता इसका स्टॉक जमाकर मुनाफाखोरी का खेल न कर दें, इसलिए सरकार ने स्टॉक रखने पर ही कैंची चला दी है। 3 दिसंबर को जारी नोटिफिकेशन में थोक विक्रेताओं का स्टॉक 500 क्विंटल से घटाकर 250 क्विंटल कर दिया है।
अब थोक विक्रेता 250 क्विंटल ही रख सकेंगे स्टॉक, जबकि खुदरा व्यापारी 50 क्विंटल
खुदरा व्यापारियों का स्टॉक भी 100 से घटाकर 50 ङ्क्षक्वटल कर दिया है। प्रदेश के सभी जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक (डीएफएसी) को निर्देश दिए हैं कि वह थोक से लेकर खुदरा व्यापारी तक के स्टॉक को चेक करें। हिदायत दे दी गई है कि लिमिट से अधिक प्याज मिलने पर सारा स्टॉक जब्त कर कानूनी कार्रवाई की जाए।
प्रदेश में तय स्टॉक से अधिक रखने वालों पर तेज हुई छापामारी
इसी कड़ी में बुधवार को जब टीम ने अंबाला जिले में स्टॉक चेक किया तो सब ठीकठाक मिला। इसके अलावा खुदरा व्यापारियों द्वारा बेचे जा रहे प्याज के रेट भी अलग-अलग देखने को मिले। इन विक्रेताओं को निर्देश दिए गए कि वे कंट्रोल रेट पर ही प्याज की बिक्री करें।
महाराष्ट्र और एमपी से प्याज का इंतजार
अधिकारियों के अनुसार महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से प्याज की आवक का इंतजार किया जा रहा है। अभी तक इन दोनों राज्यों से प्याज नहीं आया है, जिस कारण रेट बढ़े हैं। जिला खाद्य और पूर्ति नियंत्रक निशांत राठी ने बताया कि केंद्र सरकार ने स्टॉक को लेकर नोटिफिकेशन मंगलवार को जारी की थी, जिस पर अमल कर दिया गया है। अंबाला में स्टॉक चेक किया गया है और आगे भी यह अभियान जारी रहेगा।