परिजनों की मर्जी के खिलाफ रचाई शादी, कोर्ट ने भेजा सेफ हाउस
जागरण संवाददाता, अंबाला चार साल पहले अंबाला छावनी में एक विवाह समारोह के दौरान युवक-युव
जागरण संवाददाता, अंबाला
चार साल पहले अंबाला छावनी में एक विवाह समारोह के दौरान युवक-युवती के बीच हुई मुलाकात प्यार में बदल गई। प्रेमी अशोक कुमार अंबाला छावनी के बंगाली मोहल्ले का रहने वाला है, जबकि प्रेमिका मंजू शाहबाद के बिजली मोहल्ले में रहती है। दोनों के बीच अंबाला में पहले प्यार का इजहार हुआ और उसके बाद शाहबाद में शादी का इकरार हो गया। घर वाले नहीं मानें तो मंगलवार को अंबाला शहर के वाल्मीकी मंदिर में शादी रचाई। उसके बाद कुरुक्षेत्र के सेशन कोर्ट में जाकर सुरक्षा की गुहार लगाई। कोर्ट ने कुरुक्षेत्र पुलिस को प्रेमी जोड़े को सेफ हाउस भेजने के आदेश दिए, वहीं मंजू के परिजनों को समन जारी कर जवाब तलब किया है।
प्रेमी अशोक अंबाला छावनी के बंगाली मोहल्ला स्थित पंजाब बेकरी में दस साल से काम करता है और मूलरूप से यूपी का रहने वाला है।
ऐसे हुआ मिलन
छावनी में एक शादी समारोह था,
जिसमें शाहबाद से मंजू भी आई हुई थी। इस दौरान दोनों ने एक दूसरे को गौर से देखा और हो गया प्यार का सिलसिला शुरू। बताते हैं कि अशोक 10वीं पास है, जबकि मंजू ने बीए की पढ़ाई पूरी की है। इस बीच अशोक ने मंजू के पिता से कई बाद मंजू का हाथ मांगा। दो दिन पहले भी अशोक उनके सामने शादी का प्रस्ताव रख चुका है, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को सीधे ठुकरा दिया। इतना ही नहीं, मंजू के पिता ने अशोक को जान से मारने की धमकी भी दे डाली, लेकिन अशोक ने हार नहीं मानी। मंगलवार को मंजू को साथ लेकर अंबाला शहर स्थित वाल्मीकी मंदिर में पहुंच गया और दोनों ने शादी कर ली।
बताया जा रहा है कि अशोक ने मंदिर से मंजू के घर वालों को शादी करने की सूचना दी। लेकिन इसके बाद भी मंजू के घरवाले मानने को तैयार नहीं थे। परिजनों से मिली धमकियों के मद्देनजर अधिवक्ता तरुण दत्ता और सुखबीर ¨सह ने प्रेमी जोड़े की तरफ से कुरुक्षेत्र के सेशन कोर्ट में सुरक्षा की गुहार लगाई। कोर्ट ने जोड़े की मांग को देखते हुए जहां मंजू के मां-बाप और भाइयों को समन जारी कर उनसे जवाब तलब किया है, वहीं कुरुक्षेत्र पुलिस को सुरक्षा मुहैया कराने के आदेश दिए हैं।